Sensex crashes 310 points: फिसला सेंसेक्स, 9,000 अंक से नीचे निफ्टी, रुपया 76.44 प्रति डॉलर, कच्चा तेल बेदम
By भाषा | Published: April 15, 2020 05:11 PM2020-04-15T17:11:41+5:302020-04-15T17:21:29+5:30
कोरोना वायरस ने बाजार को भी बेहाल कर दिया है। अमेरिका, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी सहित कई देश इसकी चपेट में हैं। इस कारण शेयर बाजार लगातार दवाब में है।
मुंबईः कोविड-19 की वजह से कमजोर आर्थिक परिदृश्य के बीच वैश्विक बाजारों में गिरावट के बीस स्थानीय बाजार भी नुकसान के साथ बंद हुए।
एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज और कोटक बैंक जैसे प्रमुख शेयरों में नुकसान से सेंसेक्स 310 अंक टूट गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान 1,346 अंक के दायरे में ऊपर-नीचे होने के बाद अंत में 310.21 अंक या 1.01 प्रतिशत के नुकसान से 30,379.81 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान यह ऊपर में 31,568.36 और नीचे में 30,222.07 अंक तक गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 68.55 अंक या 0.76 प्रतिशत के नुकसान से 8,925.30 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में कोटक बैंक का शेयर सबसे अधिक छह प्रतिशत टूटा।
हीरो मोटोकॉर्प, बजाज फाइनेंस, मारुति, एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के शेयर भी नुकसान में रहे। कारोबारियों ने कहा कि आज बाजार सकारात्मक रुख के साथ खुला। लेकिन बेहद उतार-चढ़ाव भरे कारोबार ने इसने अपना शुरुआती लाभ गंवा दिया।
वैश्विक बाजारों के नकारात्मक रुख तथा आर्थिक वृद्धि में भारी गिरावट के अनुमान से यहां धारणा प्रभावित हुई। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने मंगलार को 2020 के लिए भारत की वृद्धि की वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 1.9 प्रतिशत कर दिया है।
जनवरी में आईएमएफ ने भारत की वृद्धि दर 5.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। इसके अलावा माना जा रहा है कि 1930 के दशक की महामंदी के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था में कोरोना वायरस की मार से सबसे बड़ी गिरावट आ सकती है। अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया 17 पैसे टूटकर अपने सर्वकालिक निचले स्तर 76.44 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 4.43 प्रतिशत के नुकसान से 28.29 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की नुकसान में रहे। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी नीचे चल रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बुधवार को देश में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 377 पर पहुंच गई है। वहीं 11,439 लोग इससे संक्रमित हैं। वैश्विक स्तर पर इस महामारी से 1.2 लाख लोगों की जान जा चुकी है। वहीं करीब 19 लाख लोग इससे संक्रमित हैं।
रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचा रुपया, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 17 पैसे टूटा
भारतीय मुद्रा ने बुधवार को शुरुआती कारोबार के दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले हासिल की गई बढ़त गवां दी और 17 पैसे गिरकर 76.44 रुपये प्रति डालर (अस्थायी) के स्तर पर बंद हुआ। डालर के साथ रुपये की यह अब तक की न्यूनतम विनिमय रद है। घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी और विदेशों में अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने से रुपये में गिरावट आई। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि अमेरिकी डॉलर में तेजी से स्थानीय मुद्रा पर दबाव बना।
इसके अलावा घरेलू और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस महामारी के प्रभावों को लेकर भी निवेशकों के बीच चिंता बनी हुई है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया मजबूती के साथ 76.07 के भाव पर खुला, लेकिन इसने जल्द ही अपनी बढ़त गवां दी और पिछले बंद भाव के मुकाबरे 17 पैसे की गिरावट के साथ 76.44 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान रुपये में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया और इसने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 75.99 के उच्च स्तर और 76.48 के निचले स्तर को छूआ। डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को 76.27 पर बंद हुआ था। विदेशी मुद्रा बाजार 14 अप्रैल को आम्बेडकर जयंती के उपलक्ष्य में बंद था।