Sensex crashes 173 points: कोविड-19 के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव, सेंसेक्स 173 अंक ट्रटा, निफ्टी में 43 अंक की गिरावट
By भाषा | Published: April 8, 2020 05:06 PM2020-04-08T17:06:07+5:302020-04-08T17:38:17+5:30
कोरोना वायरस को लेकर शेयर बाजार में हालात खराब है। लगातार एक माह से बाजार की हालत ठीक नहीं है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 5,194 पर पहुंच गई। देश में अब तक इस महामारी से 149 लोगों की जान जा चुकी है।
मुंबईः शेयर बाजार बुधवार को शुरुआती बढ़त को कायम नहीं रख पाए और कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ने के बीच अंत में नुकसान के साथ बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन के उच्चस्तर से करीब 1,300 अंक नीचे आया। अंत में सेंसेक्स 173.25 अंक या 0.58 प्रतिशत के नुकसान से 29,893.96 अंक पर बंद हुआ।
एक समय सेंसेक्स 31,227.97 अंक के उच्चस्तर तक गया था। इसी तरह एनएसई का निफ्टी 43.45 अंक या 0.49 प्रतिशत के नुकसान से 8,748.75 अंक पर आ गया। कारोबारियों ने कहा कि बाजार से मंगलवार वाला उत्साह गायब था। इस तरह की अटकलें हैं कि सरकार लॉकडाउन को 14 अप्रैल से आगे बढ़ा सकती है। इससे बाजार में जबर्दस्त उतार-चढ़ाव रहा। इसके अलावा वैश्विक बाजारों के रुख से भी यहां धारणा प्रभावित हुई। कोविड-19 के आर्थिक प्रभाव को लेकर निवेशक आशंकित हैं।
सेंसेक्स की कंपनियों में टीसीएस का शेयर सबसे अधिक 3.91 प्रतिशत टूटा। टाइटन में 3.47 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक में 2.18 प्रतिशत, एसबीआई में 1.85 प्रतिशत, भारती एयरटेल में 1.80 प्रतिशत और आईटीसी में 1.60 प्रतिशत का नुकसान रहा। वहीं दूसरी ओर सनफार्मा, एनटीपीसी, इंडसइंड बैंक और बजाज फाइनेंस के शेयर 4.69 प्रतिशत तक लाभ में रहे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘यूरोपीय बाजारों की कमजोर शुरुआत और कोविड-19 संक्रमण को लेकर अनिश्चितता से बाजारों ने शुरुआती लाभ गंवा दिया। बाजार अभी इस बात को लेकर भी अनिश्चित है कि 21 दिन की बंदी की अवधि समाप्त होने के बाद सरकार का क्या रुख रहता है।’’
नायर ने कहा कि कुछ राज्य बंदी को जारी रखने के पक्ष में हैं, जबकि कुछ चरणबद्ध तरीके से इसे हटाना चाहते हैं। लॉकडाउन की अवधि जितनी अधिक रहेगी अर्थव्यवस्था और कंपनियों पर उसका उतना ही अधिक असर होगा। हालांकि, बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 1.90 प्रतिशत तक की बढ़त रही। अमेरिका ने कोविड-19 से एक दिन में 1,800 से अधिक लोगों की जान गई है। इससे वैश्विक धारणा प्रभावित हुई। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे।
वहीं जापान का निक्की लाभ में रहा। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में चल रहे थे। अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 70 पैसे टूटकर 76.34 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। ब्रेंट कच्चा तेल वायदा मामूली गिरावट के साथ 31.85 डॉलर प्रति बैरल पर था।