RIL AGM 2020: गूगल 33,737 करोड़ रुपये में खरीदेगी जियो प्लेटफॉर्म्स की 7.7 प्रतिशत हिस्सेदारी
By भाषा | Published: July 15, 2020 04:02 PM2020-07-15T16:02:44+5:302020-07-15T16:43:35+5:30
मुकेश अंबानी ने कहा, ‘‘ यह राशि कंपनी के शुद्ध ऋण से अधिक है। वित्त वर्ष 2019-20 की समाप्ति पर कंपनी का शुद्ध ऋण 1,61,035 करोड़ रुपये था। रिलायंस अब सही मायनों में शुद्ध ऋण से मुक्त कंपनी हो गयी है, यह उपलब्धि कंपनी ने अपने ऋणमुक्त होने के घोषित लक्ष्य मार्च 2021 से बहुत पहले प्राप्त कर ली है।’’
मुंबईः सर्च इंजन गूगल भारत की रिलायंस इंडस्ट्रीज के जियो प्लेटफॉर्म्स में 7.7 प्रतिशत हिस्सेदारी में खरीदेगी। देश के सबसे धनी उद्योगपति मुकेश अंबानी ने बुधवार को कहा कि इससे जियो प्लेटफॉर्म्स में 33,737 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख अंबानी ने कंपनी की 43वीं वार्षिक आम सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ जियो प्लेटफॉर्म्स में एक रणनीतिक निवेशक के तौर पर हम गूगल का स्वागत करते हैं। हमने एक पक्का सौदा किया है जिसके तहत जियो प्लेटफॉर्म्स में गूगल 33,737 करोड़ रुपये का निवेश कर के 7.7 प्रतिशत हिस्सेदारी प्राप्त करेगी।’’
उन्होंने कहा कि गूगल के निवेश के साथ ही जियो प्लेटफॉर्म्स के लिए पूंजी जुटाने का वर्तमान अभियान पूरा हो जाएगा। पिछले तीन महीनों से भी कम वक्त में रिलायंस ने 2,12,809 करोड़ रुपये का निवेश जुटाया है। उल्लेखनीय है इसमें फेसबुक का जियो प्लेटफॉर्म्स में करीब 10 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदना, ब्रिटेन की बीपी का निवेश और कंपनी का राइट्स इश्यू के माध्यम से 53,124 करोड़ रुपये की पूंजी शामिल है।
अंबानी ने कहा, ‘‘ यह राशि कंपनी के शुद्ध ऋण से अधिक है। वित्त वर्ष 2019-20 की समाप्ति पर कंपनी का शुद्ध ऋण 1,61,035 करोड़ रुपये था। रिलायंस अब सही मायनों में शुद्ध ऋण से मुक्त कंपनी हो गयी है, यह उपलब्धि कंपनी ने अपने ऋणमुक्त होने के घोषित लक्ष्य मार्च 2021 से बहुत पहले प्राप्त कर ली है।’’
उन्होंने कहा कि हमारी बही-खाते की मजबूत स्थिति कारोबार के विस्तार की कंपनी की योजनाओं में सहयोग करेंगी। कंपनी अपने कारोबार के तीनों महत्वपूर्ण क्षेत्रों जियो प्लेटफार्म्स, खुदरा कारोबार और तेल-से-रसायन कारोबार पर ध्यान दे रही है।
रिलायंस रिटेल में अच्छी दिलचस्पी दिखा रहे हैं रणनीतिक निवेशक: अंबानी
भारत के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी ने बुधवार को कहा कि उनके समूह के खुदरा उद्यम में रणनीतिक और वित्तीय निवेशक मजबूत दिलचस्पी दिखा रहे हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज की सालाना आम बैठक में उन्होंने कहा, "हम अगली कुछ तिमाहियों में रिलायंस रिटेल में वैश्विक साझेदारों और निवेशकों को शामिल करेंगे।"
रिलायंस रिटेल ने पहले ही अपने ई-वाणिज्य व्यवसाय की परीक्षण आधार पर शुरुआत कर दी है। अंबानी ने कहा, "हमने किराना भागीदारों के साथ जियोमार्ट किराने के मॉडल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। जियोमार्ट किराने के प्लेटफॉर्म का बीटा संस्करण 200 शहरों में चलाया जा रहा है।
दैनिक ऑर्डर 2.5 लाख को पार कर चुके हैं, और संख्या हर दिन बढ़ रही है।" उन्होंने कहा कि किसानों को साथ में जोड़ना और उनकी ताजा उपज सीधे घरों तक पहुंचाना कंपनी की किराना रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
उन्होंने कहा, "इससे किसानों की आय में काफी सुधार होगा और उच्च उत्पादकता को प्रोत्साहन मिलेगा।" रिलायंस रिटेल के 12 हजार स्टोर में से दो-तिहाई से अधिक स्टोर टियर 2, टियर 3 और टियर 4 शहरों में संचालित हैं। उन्होंने कहा, "ये स्टोर 80 प्रतिशत से अधिक फल और सब्जी सीधे किसानों से खरीदते हैं।’’
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— ANI (@ANI) July 15, 2020