रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे आगे , 150 अरब डॉलर का बाजार पूंजीकरण, पहली भारतीय कंपनी
By भाषा | Published: June 22, 2020 07:51 PM2020-06-22T19:51:49+5:302020-06-22T19:51:49+5:30
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक और परचम लहराया है। मुकेश अंबानी की कंपनी ने रिकॉर्ड बनाया है। बाजार पूंजीकरण 28,248.97 करोड़ रुपये बढ़कर 11,43,667 करोड़ रुपये (150 अरब डॉलर) पर पहुंच गया।
नई दिल्लीः रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड सोमवार को शेयर बाजार में कारोबार की शुरुआत तेजी के साथ होने पर 150 अरब डॉलर का बाजार पूंजीकरण हासिल करने वाले पहली भारतीय कंपनी बन गई।
हालांकि, कारोबार की समाप्ति तक वह इस स्तर को बरकरार नहीं रख सकी और डालर में पूंजीकरण घटकर 145.68 अरब डॉलर रह गया। बंबई शेयर बाजार में सोमवार को कारोबार की शुरुआत तेजी के साथ होने पर रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 28,248.97 करोड़ रुपये बढ़कर 11,43,667 करोड़ रुपये (150 अरब डॉलर) पर पहुंच गया।
हालांकि, यह सिलसिला पूरे दिन बरकरार नहीं रह पाया और कारोबार की समाप्ति पर कंपनी का बाजार पूंजीकरण कम होकर 11,07,620.56 करोड़ रुपये यानी 145.68 अरब डालर रह गया। बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में बड़ा वजन रखने वाली इस कंपनी का शेयर मूल्य शुरुआती दौर में 2.53 प्रतिशत बढ़कर 1,804.10 रुपये की रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में भी यह 2.54 प्रतिशत बढ़कर 1,804.20 रुपये पर अब तक के सर्वोच्च स्तर को छू गया लेकिन बाद में बाजार में बिकवाली के जोर पकड़ने पर यह 0.39 प्रतिशत घटकर 1,752.50 रुपये पर बंद हुआ। वहीं बीएसई में यह 0.70 प्रतिशत घटकर 1,747.20 रुपये पर बंद हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड इससे पहले शुक्रवार को ही 11 लाख करोड़ रुपये का बाजार पूंजीकरण का आंकड़ा पार करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई थी।
सोमवार को यह आंकड़ा 11,07,620.56 करोड़ रुपये पर रहा। कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी की तेल से लेकर दूरसंचार क्षेत्र में कारोबार करने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के पूरी तरह से कर्ज मुक्त बन जाने की घोषणा के बाद बाजार में कंपनी का शेयर छह प्रतिशत से अधिक बढ़ गया और उसका बाजार पूंजीकरण 11 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड पर 31 मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष में 1,61,035 करोड़ रुपये का शुद्ध कर्ज बाकी था।
मुकेश अंबानी ने कहा कि राइट इश्यू के जरिये और प्रमुख वैश्विक निवेशकों को आंशिक हिस्सेदारी की बिक्री कर कंपनी ने पिछले दो माह के दौरान 1.69 लाख करोड़ रुपये जुटाये हैं जिसके बाद कंपनी शुद्ध रूप से कर्ज मुक्त हो गई। कंपनी ने एक चौथाई से भी कम हिस्सेदारी विभिन्न वैश्विक निवेशको को बेचकर 1.15 लाख करोड़ रुपये और राइट इश्यू के जरिये 53,124.20 करोड़ रुपये जुटाकर कुल 1.69 लाख करोड़ रुपये की पूंजी जुटा ली है। कंपनी का शेयर इस साल अब तक 15.39 प्रतिशत से चढ़ चुका है।