RBI ने करोड़ों बैंक ग्राहकों को दिया बड़ा तोहफा, दिसंबर से 24 घंटे मिलेगी पैसों के लेनदेन की यह खास सुविधा

By भाषा | Published: October 9, 2020 02:04 PM2020-10-09T14:04:07+5:302020-10-09T14:04:07+5:30

अभी के समय में आरटीजीएस अभी केवल बैंकों के सभी कार्यदिवसों में (दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़ कर) सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक खुला रहता है।

RBI gave big gift to crores of bank customers, this special facility for money transaction will be available 24 hours from December | RBI ने करोड़ों बैंक ग्राहकों को दिया बड़ा तोहफा, दिसंबर से 24 घंटे मिलेगी पैसों के लेनदेन की यह खास सुविधा

सांकेतिक तस्वीर (फाइल फोटो)

Highlightsआरबीआई ने इससे पहले दिसंबर 2019 में एनईएफटी प्रणाली (नेशनल इलेक्ट्रानिक फंड ट्रांसफर सिस्टम) को हर रोज चौबीसो घंटे खुला किया था।भारत वैश्विक स्तर पर ऐसे ​गिने चुने देशों में होगा जहां 24 घंटे, सातो दिन, बारहों महीने बड़े मूल्य के भुगतान हो सकेंगे।

मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कहा कि बड़ी राशि के अंतरण के लिये भारत में आरटीजीए (भुगतान के तत्काल ​निपटान) की सुविधा आगामी दिसंबर से चौबीसों घंटे शुरू कर दी जाएगी। इससे भारतीय वित्तीय बाजार को वैश्विक बाजारों के साथ एकीकृत करने के प्रयासों को मदद ​मिलेगी। आरबीआई के इस फैसले को बैंकिंग के क्षेत्र में बड़े बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है।

आरबीआई की पुनर्गठित मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय पहली बैठक के बाद जारी सीमीक्षा रपट में कहा गया है, 'भारत वैश्विक स्तर पर ऐसे ​गिने चुने देशों में होगा जहां 24 घंटे, सातो दिन, बारहों महीने बड़े मूल्य के भुगतानों के तत्काल निपटान की प्रणाली होगी।

दिसंबर 2020 से प्रभावी होगी यह सुविधा-

यह सुविधा दिसंबर 2020 से प्रभावी हो जाएगी।' आरबीआई ने इससे पहले दिसंबर 2019 में एनईएफटी प्रणाली (नेशनल इलेक्ट्रानिक फंड ट्रांसफर सिस्टम) को हर रोज चौबीसो घंटे खुला किया था। रपट के अनुसार एनईएफटी उस समय से चौबीसो घंटे सुचारु रूप से काम कर रही है।

आरटीजीएस अभी केवल बैंकों के सभी कार्यदिवसों में (दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़ कर) सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक खुला रहता है। आरबीआई ने कहा है कि आरटीजीएस के चौबीसो घंटे उपलब्ध होने से भारतीय वित्तीय बाजार को वैश्विक बाजार के साथ समन्वित करने के निरंतर जारी प्रयासों तथा भारत में अंतराष्ट्रीय वित्तीय केद्रों के विकास में की मदद होगी।

इससे भारतीय कंपनियों और संस्थाओं को भुगतान में और आसानी होगी-

इससे भारतीय कंपनियों और संस्थाओं को भुगतान में और आसानी होगी। रिजर्व बैंक ने जुलाई 2019 से एनईएफटी और आरटीजीएस के जरिये धन अंतरण पर शुल्क लेना बंद कर दिया था। देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिये यह कदम उठाया गया।

आरटीजीएस के जरिये बड़ी राशि का त्वरित अंतरण किया जाता है जबकि एनईएफटी का इस्तेमाल दो लाख रुपये तक की राशि को भेजने के लिये किया जाता है।  

Web Title: RBI gave big gift to crores of bank customers, this special facility for money transaction will be available 24 hours from December

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