राजस्थान बजटः किसानों को सोलर पावर, गौशालाओं के बिजली का बिल भरेगी गहलोत सरकार, बजट से जुड़ी सभी बड़ी बातें
By सतीश कुमार सिंह | Published: February 24, 2021 01:55 PM2021-02-24T13:55:49+5:302021-02-24T15:06:11+5:30
Rajasthan Budget 2021: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को राज्य विधानसभा में वित्त वर्ष 2021- 22 के लिये पहला पेपरलेस बजट पेश करते हुये यह घोषणा की।
Rajasthan Budget 2021: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट भाषण में कहा कि राजस्थान सरकार अगले साल से कृषि बजट अलग से पेश करेगी। 50000 किसानों को सोलर पावर दिया जाएगा।
अशोक गहलोत ने बुधवार को 2021-22 के लिए बजट पेश किया और घोषणा की कि राज्य के लोगों के लिए 3,500 करोड़ रुपये की यूनिवर्सल हेल्थ केयर योजना है। कांग्रेस सरकार ने यह भी घोषणा की कि कृषि बजट को अगले साल से राज्य विधानसभा में अलग से पेश किया जाएगा। बजट भाषण कृषि, हेल्थ और एजुकेशन पर फोकस है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को वित्त वर्ष 2021- 22 का बजट राज्य विधानसभा में पेश किया। इसमें उन्होंने कई नयी घोषणाएं की जिनमें राज्य के 25 जिला मुख्यालयों पर चरणबद्ध तरीके से नर्सिंग महाविद्यालय स्थापित करना शामिल है।
वित्तीय संसाधन जुटाने का प्रयास
गहलोत ने राज्य के पहले पेपरलेस बजट भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि 2021- 22 में राज्य सरकार की सोच है कि सभी तबकों को साथ लेकर प्रदेशवासियों के जीवन को खुशहाल बनाया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना ने अर्थव्यवस्था को झकझोर कर रख दिया इसलिये वर्ष के दौरान अधिक वित्तीय संसाधन जुटाने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ‘राइट टू हेल्थ’ विधेयक लाएगी तथा अगले साल 3,500 करोड़ रुपये की लागत से सार्वभौमिक स्वास्थ्य सुविधा (यूनिवर्सल हेल्थ केयर) लागू करेंगे जिसमें हर परिवार को पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध हो सकेगा। गहलोत के पास वित्त विभाग भी है।
कुल 910 करोड़ रुपये की राहत
विभिन्न छूट के जरिए कुल 910 करोड़ रुपये की राहत प्रदान करने की घोषणा की गई है। बजट में 2021 -22 में 23,750.04 करोड़ रुपये के राजस्व घाटे का अनुमान रखा गया है। बजट में किसी नये कर का प्रस्ताव नहीं किया गया है।
23,750.04 करोड़ रुपये के राजस्व घाटे का अनुमान
बजट भाषण में कहा, 'मुझे अहसास है कि कोरोना महामारी के कारण समाज के सभी वर्गों को आर्थिक हानि हुई है इसलिए बजट में कोई भी नया कर नहीं लगाया गया है बल्कि इस कोरोना काल में लगभग 910 करोड़ रुपये की राहत प्रदान की गयी है।' बजट में 2021 -22 में 23,750.04 करोड़ रुपये के राजस्व घाटे का अनुमान लगाया गया है।
वित्त वर्ष 2021 -22 के लिए बजट अनुमानों का संक्षिप्त विवरण पेश करते हुए गहलोत ने कहा कि इस दौरान राजस्व प्राप्तियां 1,84,330.13 करोड़ रुपये, राजस्व व्यय 2,08,080.17 करोड़ रुपये व राजस्व घाटा 23,750.04 करोड़ रुपये रहना अनुमानित है।
वहीं चालू वित्त वर्ष 2020 -21 के लिए संशोधित अनुमान पेश करते हुए उन्होंने कहा कि इस दौरान राजस्व प्राप्तियां 1,47,980.19 करोड़ रुपये, राजस्व व्यय 1,89,701.80 करोड़ रुपये जबकि राजस्व घाटा 41,721.61 करोड़ रुपये रहने का अनुमा है।
जानिए बजट की खास बातें
सरकारी कर्मचारी के लिए 1600 करोड़।
सभी महिलाओं को मुफ्त सैनेट्री नेपकिन।
फिर से ग्रामीण बस सेवा।
डीएलसी की दरों में 10 फीसदी की कमी।
30 मार्च से सभी जिलों में राजस्थान उत्सव।
फिल्म प्रोत्साहन नीति लाएंगे।
खेती के लिए नई कृषि वितरण कंपनी बनाई जाएगी।
दो महीनों में बिल भेजे जाएंगे।
50 हजार किसानों को नए कनेक्शन दिए जाएंगे।
राजस्थान में दो साल में 50,000 भर्तियां होंगी।
कृषि क्षेत्र के लिए अगले साल से अलग बजट।
युवाओं को वर्तमान में देय बेरोजगारी भत्ते में 1,000 रुपये की बढ़ोतरी।
अगले वर्ष से 3,500 करोड़ रुपए की लागत से सार्वभौमिक स्वास्थ्य सुविधा (यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज) लागू की जाएगी।
राज्य के प्रत्येक परिवार को पांच लाख रुपए तक की चिकित्सा बीमा का लाभ मिलेगा।
राज्य के सभी जिलों में कोरोना आरटीपीसीआर जांच सुविधा सुनिश्चित की गयी है।
महामारी काल में 31 लाख असहाय, निराश्रित परिवारों को 3500 रुपये प्रति परिवार के हिसाब से 1,155 करोड़ रूपये सहायता प्रदान की हैं।
इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना शुरू करने की घोषणा।