Petrol, Diesel Price Today: कच्चे तेल के दामों में आया बदलाव, जानिए आज किस रेट में मिलेगा पेट्रोल और डीजल
By अंजली चौहान | Updated: June 19, 2025 07:50 IST2025-06-19T07:49:38+5:302025-06-19T07:50:42+5:30
Petrol, Diesel Price Today: दिल्ली, मुंबई और लखनऊ सहित पूरे भारत में शहर-वार दरें देखें

Petrol, Diesel Price Today: कच्चे तेल के दामों में आया बदलाव, जानिए आज किस रेट में मिलेगा पेट्रोल और डीजल
Petrol, Diesel Price Today: ईरान और इजरायल के बीच तनाव का असर कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ रहा है। हाल के दिनों में, इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने कच्चे तेल की कीमतों को प्रभावित किया है। 19 जून 2025 तक, इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ते सैन्य हमलों के कारण कच्चे तेल की कीमतें पांच महीने के उच्च स्तर के करीब पहुंच गई हैं। हालांकि, रिपोर्टों के अनुसार, ईरानी तेल प्रवाह पर तत्काल कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा है। फिर भी, बाजार किसी भी संभावित आपूर्ति व्यवधान के लिए एक "जोखिम प्रीमियम" लगा रहा है।
ऐसे में भारतीय तेल विपणन कंपनियों ने रोजाना की तरह आज सुबह 6 बजे ईंधन की ताजा कीमतों को अपडेट कर दिया है। ये नियमित अपडेट पारदर्शिता सुनिश्चित करते हैं और उपभोक्ताओं को सबसे सटीक और वर्तमान ईंधन मूल्य स्थिति प्रदान करते हैं।
19 जून 2025 तक के पेट्रोल, डीजल और सीएनजी के दाम
शहर पेट्रोल (प्रति लीटर) डीजल(प्रति लीटर) सीएनजी (प्रति किलोग्राम)
दिल्ली: 94.72 87.67 76.59
मुंबई: 104.21 90.03 78.00
चेन्नई: 100.85 92.52
कोलकाता: 103.94 92.02
ओडिशा (औसत): 101.98
भारत के अन्य शहरों में भी दाम अलग-अलग हैं, जैसे श्रीनगर में ₹101.34, सूरत में ₹96.30, ठाणे में ₹106.45, और हैदराबाद में ₹107.41।
मिडिल ईस्ट का कच्चे तेल के भाव पर असर
मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव का कच्चे तेल की कीमतों पर हमेशा से बड़ा असर रहा है। हाल के दिनों में, इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने कच्चे तेल की कीमतों को प्रभावित किया है।
आपूर्ति बाधित होने का डर: मध्य पूर्व दुनिया के एक तिहाई कच्चे तेल की आपूर्ति करता है। इस क्षेत्र में कोई भी अस्थिरता, विशेष रूप से प्रमुख तेल मार्गों जैसे कि स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़ (जो वैश्विक तेल प्रवाह का लगभग 20% संभालता है) में, आपूर्ति में बड़ी बाधा पैदा कर सकती है और कीमतों को तेजी से बढ़ा सकती है।
हालिया तनाव का प्रभाव: 19 जून 2025 तक, इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ते सैन्य हमलों के कारण कच्चे तेल की कीमतें पांच महीने के उच्च स्तर के करीब पहुंच गई हैं। हालांकि, रिपोर्टों के अनुसार, ईरानी तेल प्रवाह पर तत्काल कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा है। फिर भी, बाजार किसी भी संभावित आपूर्ति व्यवधान के लिए एक "जोखिम प्रीमियम" लगा रहा है।
ऐतिहासिक रुझान: अतीत में, मध्य पूर्व में छोटे-मोटे तनाव भी तेल की कीमतों में भारी उछाल का कारण बनते थे। हालांकि, 2015 से 2025 के बीच, इस संबंध में कुछ बदलाव आया है। कुछ गंभीर घटनाओं, जैसे इज़राइल-गाजा युद्ध या इज़राइल-ईरान संघर्ष, का बाजार पर पहले जैसा बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा है, और कीमतें ज्यादातर $70 से $90 प्रति बैरल के बीच बनी हुई हैं। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि वैश्विक तेल आपूर्ति अब पहले से अधिक विविध हो गई है और बाजार अधिक लचीला हो गया है।
ओपेक+ का रुख: ओपेक+ (OPEC+) समूह के उत्पादन निर्णय भी कीमतों को प्रभावित करते हैं। मई में, ओपेक+ ने जुलाई 2025 के लिए तेल उत्पादन में 411,000 बैरल प्रति दिन (bpd) की वृद्धि पर सहमति व्यक्त की थी।