स्टॉक मार्केट में लिस्ट होते Paytm के शेयरों में 20% से ज्यादा की गिरावट, निवेशकों को नुकसान
By विनीत कुमार | Published: November 18, 2021 11:08 AM2021-11-18T11:08:52+5:302021-11-18T11:25:30+5:30
Paytm Share update: पेटीएम की पैरेंट कंपनी 'वन97 कम्युनिकेशंस' के शेयरों की शुरुआत कमजोर रही है। स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने के साथ शेयर आईपीओ के भाव से भी कम पर खुले।
डिजिटल पेमेंट फर्म पेटीएम की पैरेंट कंपनी 'वन97 कम्युनिकेशंस' के शेयरों की गुरुवार को स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग के बाद शुरुआत उम्मीदों के मुताबिक नहीं रही। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर शेयर गिरावट के साथ 1950 रुपये पर कारोबार के लिए खुले।
यह आईपीओ में इसके भाव 2150 रुपये से 9.3 प्रतिशत कम था। गिरावट यही नहीं थमी और स्टॉक खुलने के साथ इश्यू प्राइस से ये 21 प्रतिशत तक नीचे 1705 रुपये तक आ गया और फिर 23 प्रतिशत तक गिरकर 1655 रुपये तक भी पहुंच गया। सुबह 10.46 बजे पेटीएम का शेयर 22 प्रतिशत नीचे 1676 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
महंगे वैल्यूएशन से गिरे शेयर!
पेटीएम के शेयरों में गिरावट के बावजूद कंपनी ने इसके 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के तौर पर मूल्यांकन किया। कई विश्लेषकों ने पेटीएम के महंगे मूल्यांकन को इसके पहले कारोबारी सत्र में गिरावट का कारण बताया है।
मैक्वायरी रिसर्च के विश्लेषकों ने कहा है कि पेटीएम के बिजनेस मॉडल में 'फोकस और डायरेक्शन' की कमी थी और इसने अंडरपरफॉर्म रेटिंग के साथ कवरेज शुरू किया। वहीं, शेयरों में और गिरावट की आशंका जताई गई है। मैक्वायरी ने कहा है कि पेटीएम के स्टॉक में 44 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है।
पेटीएम का आईपीओ 1.89 गुना सब्सक्राइब हुआ था
बता दें कि पिछले हफ्ते पेटीएम के 18,300 करोड़ रुपये के आईपीओ को 1.89 गुना सब्सक्राइब मिला था। पेटीएम का आईपीओ देश के इतिहास में सबसे बड़ी शेयर बिक्री है। इससे पेटीएम देश की सबसे मूल्यवान कंपनियों की श्रेणी में शामिल हो गई। वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के आईपीओ को 4.83 करोड़ शेयरों की पेशकश पर कुल 9.14 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं थी।
पेटीएम का आईपीओ पहले के सबसे बड़े कोल इंडिया के आईपीओ से भी बड़ा था। यह करीब एक दशक पहले आया था। कोल इंडिया का आईपीओ 15,000 करोड़ रुपये का था। पेटीएम ने एंकर निवेशकों से 8,235 करोड़ रुपये जुटाए थे। पेटीएम की शुरुआत अलीगढ़ के एक शिक्षक के बेटे विजय शेखर शर्मा ने मोबाइल फोन रिचार्ज करने के प्लेटफॉर्म के रूप में एक दशक पहले की थी।