मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज पर 2 लाख 91 हजार 982 करोड़ रुपये का कर्ज
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 19, 2019 03:52 PM2019-10-19T15:52:52+5:302019-10-19T15:52:52+5:30
रिलायंस इंडस्ट्रीज का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 18 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 11,262 करोड़ रुपये के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया।
दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज का कर्ज 4,477 करोड़ रुपये बढ़कर 19195 करोड़ रुपये हो गया है। आरआईएल ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि तेल-से-टेलीकॉम समूह का 31 मार्च 2019 को 287,505 करोड़ रुपये का बकाया कर्ज था।
कंपनी ने बताया कि 30 सितंबर को खत्म तिमाही में कर्ज इतना था। 31 मार्च तक कर्ज की रकम 2 लाख 87 हजार 505 करोड़ रुपए थी। सितंबर तिमाही के आखिर में कंपनी के पास 1 लाख 34 हजार 746 करोड़ रुपए की नकदी मौजूद थी। इससे पहले 31 मार्च तक 1 लाख 33 हजार 27 करोड़ रुपए का कैश था।
उधर, रिलायंस इंडस्ट्रीज का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 18 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 11,262 करोड़ रुपये के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया। रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार तथा खुदरा एवं दूरसंचार कंपनियों का कारोबार बढ़ने से कंपनी का लाभ बढ़ा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बयान में कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 11,262 करोड़ रुपये यानी 18.6 रुपये प्रति शेयर रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 9,516 करोड़ रुपये यानी 16.1 रुपये प्रति शेयर रहा था।
यह किसी भी तिमाही में कंपनी का अब तक का सबसे अधिक मुनाफा है। इसके पहले कंपनी ने जनवरी-मार्च तिमाही में 10,362 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था। कंपनी की एकीकृत आय भी आलोच्य तिमाही में 4.8 प्रतिशत बढ़कर 1,63,854 करोड़ रुपये के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई।
कंपनी ने इस दौरान 337 नये खुदरा स्टोर की शुरुआत की और जियो ने 2.4 करोड़ ग्राहक अपने नेटवर्क में जोड़े। इससे कंपनी को मुनाफा बढ़ाने में मदद मिली। कंपनी के खुदरा कारोबार का कर पूर्व लाभ 13 प्रतिशत बढ़कर 2,322 करोड़ रुपये जबकि दूसरंसचार इकाई जियो का शुद्ध लाभ इस दौरान 45.4 प्रतिशत बढ़कर 990 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी के खुदरा कारोबार का मुनाफा इस दौरान 67 प्रतिशत बढ़कर 2,332 करोड़ रुपये और राजस्व 27 प्रतिशत बढ़कर 41,202 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। दूरसंचार इकाई रिलायंस जियो को इस दौरान एकल आधार पर 990 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ। यह पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 45.40 प्रतिशत अधिक है।
आलोच्य तिमाही के दौरान इसका परिचालन राजस्व 33.70 प्रतिशत बढ़कर 12,354 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी को आलोच्य तिमाही के दौरान प्रति उपभोक्ता 120 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। यह पिछली तिमाही के मुकाबले दो रुपये कम रहा। जियो की कर पूर्व आय पहली बार पांच हजार करोड़ रुपये के पार गई है। कंपनी के डेटा ट्रैफिक में 56 प्रतिशत और वॉयस सेवाओं में 52 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पेट्रोरसायन कारोबार में 99 लाख टन के रिकॉर्ड उत्पादन के बाद भी इसका कर पूर्व मुनाफा 6.4 प्रतिशत गिरकर 7,602 करोड़ रुपये रह गया। कच्चा तेल परिशोधन इकाई की कर पूर्व कमाई सात प्रतिशत गिरकर 4,957 करोड़ रुपये पर आ गयी।
कंपनी ने इस दौरान 167 लाख टन कच्चा तेल का परिशोधन किया। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने एक बयान में कहा, ‘‘कंपनी ने तिमाही के दौरान रिकॉर्ड मुनाफा दर्ज किया। इस शानदार परिणाम से ‘तेल से रसायन’ कारेाबार की एकीकृत मूल्य श्रृंखला तथा उपभोक्ता कारोबार से हुए लाभ का पता चलता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जियो के उपभोक्ताओं की संख्या 35 करोड़ के पार हो गयी है। हम अभी भी विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती डिजिटल सेवा प्रदाता कंपनी बने हुए हैं। हम अभी भी हर महीने एक करोड़ से अधिक नये उपभोक्ता जोड़ रहे हैं।’’