बाजार में बढ़त, सेंसेक्स 255 अंक मजबूत, सोना 140 रुपये गिरा, चांदी 290 रुपये लुढ़की
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 9, 2019 05:19 PM2019-08-09T17:19:42+5:302019-08-09T17:19:42+5:30
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 254.55 अंक यानी 0.68 प्रतिशत की तेजी के साथ 37,581.91 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी भी 77.20 अंक यानी 0.70 प्रतिशत उछलकर 11,109.65 अंक पर रहा।
केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन के लिए कदम उठाने व कर से जुड़ी चिंताओं को दूर करने की उम्मीद में घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन तेजी देखने को मिली।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 254.55 अंक यानी 0.68 प्रतिशत की तेजी के साथ 37,581.91 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी भी 77.20 अंक यानी 0.70 प्रतिशत उछलकर 11,109.65 अंक पर रहा। कारोबारियों ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के बीच निवेशकों की धारणा सुधारने को लेकर हुई बैठक ने भी बाजार की मदद की।
सेंसेक्स की कंपनियों में मारुति सुजुकी, बजाज फाइनेंस, वेदांता, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, कोटक महिंद्रा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर 3.36 प्रतिशत तक मजबूत हुए। येस बैंक का शेयर सर्वाधिक 7.91 प्रतिशत गिरा। इसके अलावा टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, आईटीसी और सन फार्मा के शेयर 2.50 प्रतिशत तक गिरे।
विशेषज्ञों ने कहा कि सीतारमण ने बृहस्पतिवार को उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इसके बाद सरकार द्वारा आर्थिक वृद्धि दर में सुधार के कदम उठाने का अनुमान है। इससे बाजार को समर्थन मिला। एशियाई बाजारों में मिला जुला रुख रहा। यूरोपीय बाजार शुरुआती कारोबार में नुकसान में चल रहे थे।
सोने का भाव सर्वकालिक ऊंचाई को छूने के एक दिन बाद शुक्रवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में 140 रुपये टूट गया। हालांकि इस गिरावट के बाद भी भाव 38,000 रुपये के स्तर से ऊपर 38,330 रुपये बना हुआ है।
स्थानीय बाजार में आई गिरावट का कारण विदेशी बाजारों में इसकी कीमत 1,500 डॉलर प्रति औंस के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर मजबूत होने के बावजूद स्थानीय सर्राफा व्यापारियां की मांग में कमी आना था। औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं का उठाव कम होने के कारण चांदी भी 290 रुपये की हानि के साथ 44,010 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि घरेलू हाजिर बाजार की मांग में गिरावट के कारण सोने की कीमतों में नरमी आई लेकिन विदेशी बाजारों के सकारात्मक रुख के कारण हानि पर कुछ अंकुश लग गया। उन्होंने कहा कि इसके अलावा शेयर बाजार की तेजी को देखते हुए निवेशकों का रुख सर्राफा बाजार से हटकर शेयर बाजार की ओर हो गया।
शुक्रवार को 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 254.55 अंक की तेजी के साथ 37,581.91 अंक पर बंद हुआ। चीन-अमेरिका के बीच जारी व्यापार तनाव और वैश्विक अर्थव्यवस्था की सुस्त होते आर्थिक विकास परिदृश्य के बीच न्यूयॉर्क में सोने का भाव अधिक यानी 1,504 डॉलर प्रति औंस हो गया।
चांदी भी तेजी के साथ 17.12 डॉलर प्रति औंस हो गयीं। अखिल भारतीय सर्राफा संघ (एआईएसए) के अनुसार, बृहस्पतिवार को 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना क्रमश: 140 - 140 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 38,330 रुपये और 38,160 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। हालांकि गिन्नी का भाव 28,500 रुपये प्रति आठ ग्राम पर स्थिर बना रहा। बृहस्पतिवार को सोने का भाव 38,470 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू गया था। पिछले दो दिनों में सोने में 1,663 रुपये की तेजी आई थी। इस बीच चांदी हाजिर की कीमत 290 रुपये घटकर 44,010 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई, जबकि चांदी साप्ताहिक डिलीवरी का भाव 665 रुपये घटकर 43,065 रुपये प्रति किलोग्राम रह गया। चाँदी के सिक्कों की अच्छी मांग रही और इसका भाव 1,000 रुपये की तेजी के साथ लिवाल 88,000 रुपये और बिकवाल 89,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर रहा। भाषा राजेश राजेश सुमन सुमन सुमन