8 माह में गैस सिलेंडर की दर में हुई 293 रुपए की वृद्धि, दिसंबर में 1100 रुपए का आंकड़ा पार करने की संभावना
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 12, 2018 02:14 PM2018-11-12T14:14:44+5:302018-11-12T14:14:44+5:30
अनुदानित सिलेंडर पर 4.94 रुपए बढ़े -गैरअनुदानित सिलेंडर के दाम 993 रुपए पर पहुंचे. महंगाई के कारण नागरिक पहले बहुत त्रस्त है. इसमें सिलेंडर की दरों में वृद्धि होने से उसकी कमर टूट रही है.
नागपुर, 12 नवंबर: अंतर्राष्ट्रीय स्तर की समीक्षा के बाद हर माह देश के अंदर गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि होती है. नवंबर में गैरअनुदानित सिलेंडर की कीमत में 62 रुपए की वृद्धि की गई है. घरेलू उपयोग का अनुदानित सिलेंडर 514.58 रुपए में मिलने के बाद भी ग्राहकों को इस सिलेंडर की खरीद के लिए 993 रुपए देने पड़ रहे हैं. महंगाई के कारण नागरिक पहले बहुत त्रस्त है. इसमें सिलेंडर की दरों में वृद्धि होने से उसकी कमर टूट रही है.
आठ महीने की अवधि में सिलेंडर की कीमत 293 रुपए बढ़ गई है. कमीशन की वसूली ग्राहकों से घरेलू उपयोग के सिलेंडर की कीमत में केंद्र सरकार ने नवंबर में दो बार वृद्धि की है. एक नवंबर को इसमें 2.94 रुपए की वृद्धि की गई. इसी प्रकार 2 नवंबर को डीलरों का कमीशन पुन: दो रुपए बढ़ाकर उसका बोझ ग्राहकों पर डाल दिया गया है. इसके कारण नागपुर में अनुदानित सिलेंडर 993 रुपए में मिल रहा है.
डीलरों का कहना है कि सिलेंडर डीलरों का कमीशन साल 2017 के बाद बढ़ा ही नहीं था. सिलेंडर के परिवहन खर्च में वृद्धि और बढ़ते वेतन की मांग के कारण कमीशन बढ़ाया गया है. इसकी वजह से 14.2 किलो के सिलेंडर के लिए 50.58 रुपए और पांच किलो के सिलेंडर के लिए 25.29 रुपए कमीशन मिल रहा है.
8 माह में 231 रुपए महंगा इस वर्ष अप्रैल से नवंबर तक की अवधि में बिना सब्सिडीवाले घरेलू गैस की कीमतों में कुल 293 रुपए वृद्धि की गई है. सरकार अगर अंतर्राष्ट्रीय बाजार का हवाला देकर गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ाती है तो इसकी कीमत के दिसंबर में 1100 रुपए का आंकड़ा पार करने की संभावना है.
सरकार नियंत्रित करे दाम गैस की दरों में वृद्धि अंतर्राष्ट्रीय बाजार के आधार पर देश के अंतर्गत होती है. लेकिन दर वृद्धि के कारण ग्राहक तंग हो गए हैं. सिलेंडर की सब्सिडी बैंक खाते में जमा होने में विलंब होने से ग्राहक को महीने की शुरुआत में ही गैस सिलेंडर की खरीदी के लिए ज्यादा पैसे जमा कर रखने पड़ते हैं. बढ़ती महंगाई में इस तरह का प्रावधान करना गरीब और आम लोगों के लिए बहुत मुश्किल हो जाता है.
इस बीच पेट्रोल, डीजल को जीएसटी की सूची में शामिल करने और घरेलू गैस की कीमतों को काबू में करने की मांग अ.भा. ग्राहक पंचायत के विदर्भ प्रांत संगठन मंत्री गजानन पांडे ने की है.
ऐसी रही दरें अप्रैल 700 रुपए मई 699 रुपए जून 748 रुपए जुलाई 806.50 रुपए अगस्त 842 रुपए सितंबर 872 रुपए अक्तूबर 931 रुपए नवंबर 993 रुपए