PNB घोटालाः भगोड़ा नीरव मोदी गिरफ्तार, जानिए घोटाले से जुड़ी ये 10 अहम बातें
By रामदीप मिश्रा | Published: March 20, 2019 03:59 PM2019-03-20T15:59:52+5:302019-03-20T15:59:52+5:30
नीरव मोदी ने बैंक स्विफ्ट सिस्टम का गलत इस्तेमाल करते हुए 13 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया था। इसमें उसका मामा मेहुल चोकसी भी शामिल था।
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले का मुख्य आरोपी नीरव मोदी लंदन से गिरफ्तार कर लिया गया है। 2017 में पीएनबी बैंक घोटाले में नीरव मोदी का नाम सामने आया था। नीरव मोदी ने बैंक स्विफ्ट सिस्टम का गलत इस्तेमाल करते हुए 13 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया था। इसमें उसका मामा मेहुल चोकसी भी शामिल था। आइए आपको बताते हैं इस घोटाले से जुड़ी 10 महत्वपूर्ण बातें...
1- सीबीआई ने 31 जनवरी को नीरव मोदी के खिलाफ और 15 फरवरी को मेहुल चोकसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था। नीरव मोदी और मेहुल चोकसी जनवरी में सीबीआई द्वारा केस दर्ज करने से पहले ही देश छोड़कर जा चुके थे। बताया गया कि लोन देने से पहले कंपनियों को एक्सटर्नल कमर्शियल बॉरोविंग फॉर्म भरना होता है जोकि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी को दिए गए लोन के लिए नहीं भरे गए थे।
2- सीबीआई ने नीरव मोदी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था, लेकिन उसने भारत आने से इनकार कर दिया था। नीरव मोदी ने अपने वकीलों के माध्यम से सीबीआई को जवाब भेजकर कहा था कि वो अभी देश वापस नहीं आ सकता। नीरव मोदी ने भारतीय मीडिया पर पूरे मामले को बढ़ाचढ़ा कर दिखाने का भी आरोप लगाया था। भारत के विदेश मंत्रालय ने नीरव मोदी का पासपोर्ट रद्द कर दिया था।
3- मई 2018 में जांच एजेंसी ने नीरव मोदी और 23 अन्य के खिलाफ अदालत में 12000 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल किया था। इनमें नीरव के पिता दीपक मोदी, बहन पूर्वी मेहता, बहनोई मयंक मेहता, भाई नीशल मोदी और एक अन्य रिश्तेदार निहाल मोदी भी शामिल हैं।
4- जुलाई 2018 में नीरव मोदी के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। सीबीआई ने इंटरपोल को दस्तावेज उपलब्ध कराये थे। इनमें मुंबई की एक विशेष अदालत द्वारा जारी गैर जमानती वारंट और इस मामले में दायर आरोपपत्रों की जानकारी सहित अन्य दस्तावेज शामिल थे।
5- सितंबर 2018 में इंटरपोल ने नीरव मोदी की बहन और बेल्जियम की नागरिक पूर्वी मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। ईडी ने पूर्वी मोदी पर पीएनबी घोटाले में धनशोधन के मामले में बड़ी भूमिका होने और कम से कम 13.3 करोड़ डॉलर (950 करोड़ रूपये से ज्यादा) के घोटाले का ‘लाभार्थी’’ होने का आरोप लगाया।
6-अक्टूबर 2018 के शुरुआत में नीरव मोदी पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने की कार्रवाई जारी थी। ईडी ने नीरव मोदी की विदेशों में 637 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। इससे पहले ईडी ने देशभर में उसकी करीब 6000 करोड़ रुपये की संपित्तयां जब्त कर ली थीं।
7- जनवरी 2019 में नीरव मोदी ने भारत आने से साफ मना कर दिया था। उसने कहा था उसने ऐसा कोई गलत काम नहीं किया है। साथ ही साथ उसने सुरक्षा कारणों का हवाला दिया था और कहा था कि वह भारत नहीं लौट सकता। उसने कहा था कि पीएनबी स्कैम एक सिविल ट्रांजैक्शन था और इसे उस मामले से अलग तरह से पेश किया जा रहा है।'
8- पहली बार भारत ने ब्रिटेन को जो अलर्ट भेजा था वह फरवरी 2018 में म्यूचुअल लीगल असिस्टेंट ट्र्रीटी के तहत था। यह सीबीआई द्वारा नीरव मोदी और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में 13 हजार करोड़ रुपए की कर चोरी के आरोप में पहली बार आपराधिक मामला दर्ज करने के तुरंत बाद भेजा गया था।
9- हाल ही में नीरव मोदी लंदन की सड़कों पर कुछ अलग अंदाज में दिखाई दिया था। उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। भारत सरकार ने इस समय जोर देकर कहा था कि नीरव के खिलाफ मुकदमा चलाने और उसे प्रत्यर्पित करने के प्रयासों में भारत की ओर से कोई देरी नहीं की गई है।
10- वेस्टमिन्स्टर कोर्ट ने 18 मार्च, 2019 को नीरव मोदी के खिलाफ वारंट जारी किया था, जिसके बाद 20 मार्च को गिरफ्तारी की की कार्रवाई की गई है। वहीं, पीएनबी 19 मार्च को सीबीआई ने कहा कि नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की प्रकिया जारी है।