रिपोर्ट का दावा ,दिसंबर तिमाही में छोटे उपक्रमों की धारणा में हुआ सुधार
By भाषा | Published: February 23, 2019 05:20 AM2019-02-23T05:20:34+5:302019-02-23T05:20:34+5:30
त्योहारों, रुपये में गिरावट तथा कच्चा तेल के सस्ता होने से दिसंबर तिमाही के दौरान छोटे उपक्रमों की धारणा में सुधार हुआ। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया।
त्योहारों, रुपये में गिरावट तथा कच्चा तेल के सस्ता होने से दिसंबर तिमाही के दौरान छोटे उपक्रमों की धारणा में सुधार हुआ। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया।
क्रिसिल और सिडबी के संयुक्त सर्वेक्षण क्रिसिडेक्स के अनुसार चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान एक विशेष सूचकांक दूसरी तिमाही के 124 से बढ़कर 128 पर पहुंच गया। एक साल पहले यह 107 था।
सर्वेक्षण में कहा गया, ‘‘दूसरी तिमाही की तुलना में सुधार का कारण एमएसएमई के ऑर्डर बुक और कर्मचारियों में वृद्धि तथा कर बाद मुनाफा बढ़ना रहा है।’’
सिडबी के चेयरमैन एव प्रबंध निदेशक मोहम्मद मुस्तफा ने कहा, ‘‘सर्वेक्षण में पता चला है कि अधिकांश एमएसएमई अगली तिमाही में धारणा बेहतर रहने को लेकर आशावान हैं। विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र के करीब आधे एमएसएमई को उम्मीद है कि मार्च तिमाही में भी सकारात्मक संवेग बना रहेगा।’’
उन्होंने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र में अंतरिक्ष, दवा, रत्न एवं आभूषण तथा रसायन उपक्रम और सेवा क्षेत्र में पेशेवर सेवा, ट्रेडर, माल ढुलाई और बिजली उपक्रम सबसे आशावान रहे।
दिसंबर तिमाही के बारे में विनिर्माण एवं सेवा दोनों क्षेत्रों के 40 प्रतिशत से अधिक उपक्रमों ने अच्छा बताया।