नयी दिल्ली, 23 अक्टूबर निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक ने चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में 5,511 करोड़ रुपये का एकल शुद्ध लाभ कमाया है। यह बैंक का रिकॉर्ड तिमाही मुनाफा है। डूबा कर्ज घटने की वजह से बैंक का मुनाफा बढ़ा है।
एक साल पहले समान तिमाही में बैंक का एकल शुद्ध लाभ 4,251 करोड़ रुपये रहा था।
आईसीआईसीआई बैंक के कार्यकारी निदेशक संदीप बतरा ने संवाददाताओं से कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा, ‘‘यह सबसे ऊंचा तिमाही मुनाफा है। हमारी पूंजी बढ़ रही है, अर्थव्यवस्था सुधर रही है।’’
तिमाही के दौरान एकल आधार पर बैंक की कुल आय बढ़कर 26,031 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 23,651 करोड़ रुपये थी।
एकीकृत आधार पर भी निजी क्षेत्र के बैंक ने सबसे ऊंचा तिमाही शुद्ध लाभ कमाया है। एकीकृत आधार पर बैक का दूसरी तिमाही का शुद्ध लाभ 24.7 प्रतिशत बढ़कर 6,092 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
बैंक ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 4,882 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
आईसीआईसीआई बैंक ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय मामूली बढ़कर 39,484.50 करोड़ रुपये हो गई, जो 2020-21 की समान अवधि में 39,289.60 करोड़ रुपये थी।
तिमाही के दौरान बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार हुआ। बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) कुल ऋण पर घटकर 4.82 प्रतिशत रह गईं, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 5.17 प्रतिशत थीं।
बैंक का शुद्ध एनपीए भी एक प्रतिशत से घटकर 0.99 प्रतिशत पर आ गया।
तिमाही के दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आय सालाना आधार पर 25 प्रतिशत बढ़ी, वहीं इस दौरान शुद्ध ब्याज मार्जिन बढ़कर चार प्रतिशत हो गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 3.57 प्रतिशत था। यह इससे पिछली जून में समाप्त तिमाही में 3.89 प्रतिशत था।
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