एचडीएफसी बैंक का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ 14.36 प्रतिशत बढ़कर 8,760 करोड़ रुपये पर
By भाषा | Published: January 16, 2021 07:31 PM2021-01-16T19:31:12+5:302021-01-16T19:31:12+5:30
मुंबई, 16 जनवरी देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक ... एचडीएफसी बैंक का चालू वित्त वर्ष की दिसंबर में समाप्त तीसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 14.36 प्रतिशत बढ़कर 8,760 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। मुख्य कारोबार से आमदनी बढ़ने से बैंक का मुनाफा बढ़ा है।
एकल आधार पर बैंक का शुद्ध मुनाफा 18.09 प्रतिशत बढ़कर 8,758.29 करोड़ रुपये रहा। इस दौरान बैंक की मुख्य शुद्ध ब्याज आय 15.1 प्रतिशत बढ़कर 16,317 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। बैंक की जमा में 19.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वहीं कम लागत के चालू और बचत खाते की जमा का हिस्सा 43 प्रतिशत रहा।
एचडीएफसी पहला बड़ा बैंक है जिसने दिसंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा की है। बैंक के नए मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक शशिधर जगदीशन की अगुवाई में यह पहला तिमाही नतीजा है। इस दौरान बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार हुआ। जगदीशन ने बैंक के प्रमुख के रूप में आदित्य पुरी का स्थान लिया है।
तिमाही के दौरान बैंक की ऋण वृद्धि 15.6 प्रतिशत तथा शुद्ध ब्याज मार्जिन 4.2 प्रतिशत रहा। इस दौरान गैर-ब्याज आय 11 प्रतिशत बढ़कर 7,443 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। इसकी मुख्य वजह निवेश पर लाभ है जो बढ़कर 1,109 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले साल समान अवधि में यह 676 करोड़ रुपये था।
तिमाही के दौरान बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) कुल ऋण का 0.81 प्रतिशत रहीं, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1.42 प्रतिशत तथा पिछली सितंबर तिमाही में 1.08 प्रतिशत पर थीं।
समीक्षाधीन अवधि में बैंक का कुल प्रावधान और अन्य आकस्मिक खर्च बढ़कर 3,414 करोड़ रुपये पर पहुंच गये, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 3,043 करोड़ रुपये रहा था।
एचडीएफसी बैंक ने कहा कि उसके 10.82 लाख करोड़ रुपये के अग्रिम में से 0.5 प्रतिशत को रिजर्व बैंक द्वारा घोषित विशेष योजना के तहत पुनर्गठित किया है। दिसंबर में बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 18.9 प्रतिशत था।
बैंक पर रिजर्व बैंक ने नवंबर में नए क्रेडिट कार्ड जारी करने की रोक लगा दी थी। इस श्रेणी में बैंक का कुल अग्रिम नौ प्रतिशत बढ़कर 63,332 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो सितंबर के अंत तक 58,142 करोड़ रुपये था।
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