फ्यूचरब्रांड सूचकांक 2020ः एप्पल के बाद दुनिया का दूसरा सबसे ब्रांड रिलायंस, सैमसंग, माइक्रोसॉफ्ट और नेटफ्लिक्स पीछे
By भाषा | Published: August 5, 2020 08:45 PM2020-08-05T20:45:45+5:302020-08-05T20:45:45+5:30
अगले सूचकांक में कंपनी शीर्ष पर होगी। इस सूची में एप्पल सबसे शीर्ष पर है। जबकि सैमसंग तीसरे स्थान, एनवीडिया चौथे, मोताई पांचवे, नाइकी छठे, माइक्रोसॉफ्ट सातवें, एएसएमएल आठवें, पेपाल नवें और नेटफ्लिक्स दसवें स्थान पर है।
नई दिल्ली/मुंबईः उद्योगपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्री ‘फ्यूचरब्रांड सूचकांक 2020’ में एप्पल के बाद दुनिया का दूसरा सबसे ब्रांड है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज रिफाइनरी, खुदरा और दूरसंचार क्षेत्र में काम करने वाली प्रमुख कंपनी है। फ्यूचरब्रांड ने 2020 की सूची को जारी करते हुए कहा, ‘‘इस सबसे लंबी छलांग दूसरे स्थान के लिए लगायी है। रिलायंस इंडस्ट्री हर पैमाने पर खरी उतरी।’’ रपट में रिलायंस के बारे में कहा गया है कि यह भारत की सबसे अधिक लाभ कमाने वाली कंपनियों में से एक हैं। कंपनी की ‘बहुत अधिक इज्जत’ है और ‘नैतिक रूप से काम करती है।’
इसी के साथ कंपनी ‘नवोन्मेषी उत्पाद’, ‘ग्राहकों को बेहतर अनुभव’ और ‘वृद्धि’ से जुड़ी है। लोगों का कंपनी के साथ एक ‘मजबूत भावनात्मक’ रिश्ता है। फ्यूचरब्रांड एक वैश्विक ब्रांड बदलाव कंपनी है। यह पिछले छह साल से यह सूचकांक पेश कर रही है। उसने कहा कि रिलायंस की सफलता का श्रेय अंबानी को दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कंपनी को भारतीयों के लिए ’एक मेगास्टोर’ की तरह ‘वन स्टॉप’ दुकान के तौर पर नयी पहचान दी है। रपट में कहा गया है, ‘‘ आज कंपनी ऊर्जा, पेट्रोरसायन, कपड़ा, प्राकृतिक संसाधन, खुदरा और दूरसंचार क्षेत्र में काम करती है। गूगल और फेसबुक ने उसमें हिस्सेदारी खरीदी है।
हमें उम्मीद है कि अगले सूचकांक में कंपनी शीर्ष पर होगी। इस सूची में एप्पल सबसे शीर्ष पर है। जबकि सैमसंग तीसरे स्थान, एनवीडिया चौथे, मोताई पांचवे, नाइकी छठे, माइक्रोसॉफ्ट सातवें, एएसएमएल आठवें, पेपाल नवें और नेटफ्लिक्स दसवें स्थान पर है।
शुरुआती बढ़त को बरकरार नहीं रख पाये सेंसेक्स, निफ्टी
घरेलू शेयर बाजारों के मानक सूचकांक बुधवार को शुरुआती बढ़त को बरकरार नहीं रख पाये और लगभग पिछले दिन के स्तर पर बंद हुए। बाजार में अच्छी हिस्सेदारी रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में मुनाफावसूली की गयी जिसका असर बाजार पर पड़ा।
बीएसई का तीस शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय 452 अंक तक मजबूत हुआ था लेकिन बाद में इसमें गिरावट आयी। अंत में यह 24.58 अंक यानी 0.07 प्रतिशत घट कर 37,663.33 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 6.40 अंक यानी 0.06 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 11,101.65 अंक पर बंद हुआ। एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज सर्वाधिक गिरावट वाले शेयरों में शामिल हैं। हाल की तेजी के बाद निवेशकों की मुनाफावसूली से इनमें एक प्रतिशत से अधिक गिरावट दर्ज की गयी।
पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, नेस्ले इंडिया और एचसीएल टेक भी नुकसान में रहे। दूसरी तरफ टाटा स्टील में 6 प्रतिशत से अधिक की तेजी आयी। उसके बाद टाइटन, मारुति, भारती एयरटेल और महिंद्रा एंड महिंद्रा का स्थान रहा।
कारोबारियों के अनुसार वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख और विदेशी संस्थागत निवेशकों के प्रवाह जारी रहने के बावजूद शेयर केंद्रित गतिविधियों से घरेलू शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आया। वैश्विक स्तर पर चीन का शंघाई, हांगकांग और दक्षिण कोरिया का सोल लाभ के साथ बंद हुए जबकि जापान का टोक्यो नुकसान में रहे।
शुरुआती कारोबारी में यूरोप के प्रमुख बाजारों में तेजी थी। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.09 प्रतिशत उछलकर 45.36 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। विदेशी विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे लाभ के साथ 74.94 पर बंद हुआ।