ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में तमिलनाडु, तेलंगाना और गुजरात समेत 7 राज्य टॉप पर, केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने की घोषणा
By रुस्तम राणा | Published: June 30, 2022 08:27 PM2022-06-30T20:27:58+5:302022-06-30T20:58:07+5:30
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया कि बिजनेस रिफॉर्म्स एक्शन प्लान का पांचवां संस्करण राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के मूल्यांकन में रैंकिंग से ग्रेडिंग में बदलाव का प्रतीक है।
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री ने गुरुवार को व्यापार सुधार कार्य योजना 2020 की घोषणा की। इसके तहत आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, पंजाब, तमिलनाडु और तेलंगाना समेत इन 7 राज्यों को ईज ऑफ डुइंग की रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर रखा गया है। जबकि हिमाचल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र उड़ीसा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को अचीवर्स का दर्जा दिया गया है।
वहीं असम, केरल, गोवा छत्तीसगढ़, झारखंड, केरल, राजस्थान और पश्चिम बंगाल एस्पायर्स राज्यों की श्रेणी में लिखा गया है। इमरजिंग बिजनेस ईको-सिस्टम की श्रेणी में दिल्ली, पुडुचेरी और त्रिपुरा सहित 11 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हैं। इनमें अंडमान और निकोबार, बिहार, चंडीगढ़, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली, जम्मू और कश्मीर, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा शामिल हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्रालय के मुताबिक, इसका व्यापक उद्देश्य निवेशकों के विश्वास को बढ़ावा देना, व्यापार के अनुकूल माहौल को बढ़ावा देना और व्यापार के कार्यान्वयन में उनके प्रदर्शन के आधार पर राज्यों का आकलन करने की प्रणाली के माध्यम से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का एक तत्व पेश करके देश भर में व्यापार करने में आसानी को बढ़ाना है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर लिखा, बिजनेस रिफॉर्म्स एक्शन प्लान का पांचवां संस्करण राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के मूल्यांकन में रैंकिंग से ग्रेडिंग में बदलाव का प्रतीक है। किए गए सुधारों के फीडबैक के आधार पर राज्यों को शीर्ष उपलब्धि हासिल करने वालों, उपलब्धि हासिल करने वालों, आकांक्षाओं और उभरते व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में वर्गीकृत किया गया।
Fifth edition of Business Reforms Action Plan marks a shift in assessment of States/UTs from rankings to gradings.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) June 30, 2022
States Categorised as Top Achievers, Achievers, Aspirers and Emerging Business Ecosystems based on the feedback for the reforms carried out.#IndiaMeansBusinesspic.twitter.com/WKwubfMSJK
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने इस बार रैंकिंग की प्रणाली को श्रेणी-आधारित - शीर्ष उपलब्धि हासिल करने वाले, उपलब्धि हासिल करने वाले, आकांक्षाएं और उभरते हुए व्यावसायिक पारिस्थितिकी तंत्र बनाकर बदल दिया है।
व्यापार सुधार कार्य योजना 2020 में 301 सुधार बिंदु शामिल हैं जो 15 व्यावसायिक नियामक क्षेत्रों को कवर करते हैं, जैसे सूचना तक पहुंच, एकल खिड़की प्रणाली, श्रम और भूमि प्रशासन। सुधार प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए 118 नए सुधार शामिल किए गए। व्यापार लाइसेंस, स्वास्थ्य देखभाल, कानूनी मेट्रोलॉजी और सिनेमा हॉल जैसे नौ क्षेत्रों में फैले 72 एक्शन पॉइंट के साथ क्षेत्रीय सुधार पहली बार सुधार एजेंडा के दायरे का विस्तार करने के लिए पेश किए गए थे।