डीजीजीआई ने धोखाधड़ी से इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने के मामले में निदेशक को किया गिरफ्तार
By भाषा | Published: December 3, 2020 07:33 PM2020-12-03T19:33:13+5:302020-12-03T19:33:13+5:30
नागपुर, तीन दिसंबर जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) की नागपुर क्षेत्रीय इकाई के अधिकारियों ने एक कंपनी के निदेशक को धोखाधड़ी कर 49.19 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) लाभ लेने के मामले में गिरफ्तार किया है।
डीजीजीआई के अतिरिक्त निदेशक (नागपुर क्षेत्रीय इकाई) प्रदीप गुरूमूर्ति ने एक बयान में कहा कि फर्जी बिल और सिर्फ कागजों पर मौजूद इकाइयों के खिलाफ जारी अभियान के तहत सूचना मिली थी। सूचना में कहा गया था कि नागपुर में एक इकाई ने जीएसटीआईएन प्राप्त किया है। यह सिर्फ कागज पर है और उसके जरिये सैकड़ों करोड़ के लेन-देन किये गये।
इकाई देश में विभिन्न स्थानों पर कार्य अनुबंध सेवाएं प्रदान करती है।
उन्होंने कहा कि विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चलाये गये। इससे पता चला कि जीएसटीआईएन केवल कागजों पर हैं।
इस इकाई की तरफ से जीएसटी पंजीकरण हासिल करने और इस इकाई का अस्तित्व नहीं होने को छिपाने के लिये फर्जी हस्ताक्षर के साथ फर्जी दस्तावेज अपलोड किये गये।
अधिकारी ने कहा कि इस फर्जी इकाई के निदेशक का पता रायपुर में चला... उसे सीजीएसटी (केंद्रीय माल एवं सेवा कर) कानून, 2017 की धारा 69 के तहत नागपुर में गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने कहा कि अदालत ने आरोपी की जमानत याचिका को खारिज कर दिया और उसे आठ दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
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