कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान प्रतिभूतिकृत पूल के संग्रह अनुपात में कमी: क्रिसिल
By भाषा | Published: July 21, 2021 04:58 PM2021-07-21T16:58:26+5:302021-07-21T16:58:26+5:30
मुंबई, 21 जुलाई क्रिसिल रेटिंग्स ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान प्रतिभूतिकृत पूल के संग्रह अनुपात में गिरावट देखी गई है।
एजेंसी ने कहा कि पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर में गिरावट उतनी तेज नहीं रही। इसके दो कारण रहे- स्थानीय प्रतिबंधों ने व्यावसायिक गतिविधि पर प्रभाव को सीमित कर दिया, और कर्ज अदायगी स्थगित नहीं होने का मतलब था कि कर्जदार ऋण अदायगी को टाल नहीं सकते थे।
क्रिसिल के वरिष्ठ निदेशक और उप मुख्य रेटिंग अधिकारी कृष्णन सीतारमन ने कहा कि पहली लहर में संग्रह गिर गया था, क्योंकि ज्यादातर कर्जदारों ने अधिस्थगन राहत का लाभ उठाया और संग्रह कर्मचारी कड़े लॉकडाउन के कारण आवाजाही में असमर्थ थे।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में कई वित्तीय संस्थान डिजिटल संग्रह को अपनाने के लिए प्रेरित हुए। इसने दूसरी लहर के दौरान संग्रह में गिरावट को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’’
प्रतिभूतिकरण एक जैसी तरल वित्तीय आस्तियों को विपणन योग्य प्रतिभूतियों के रूप में संग्रहित करने की प्रक्रिया है, जिसे निवेशकों को बेचा जा सकता है।
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