China hits back at Trump tariff: डोनाल्ड ट्रंप-शी चिनफिंग में टकराव?, भारतीय निर्यातकों को लाभ मिलने की संभावना, व्यापार युद्ध पर फायदा उठाएं भारतीय उद्योगपति!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 4, 2025 05:42 PM2025-02-04T17:42:04+5:302025-02-04T17:42:55+5:30
China hits back at Trump tariff: इस व्यापार युद्ध से भारत को लाभ मिलने की संभावना है। भारत से निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।

सांकेतिक फोटो
China hits back at Trump tariff: अमेरिका और चीन के बीच का व्यापार युद्ध भारतीय निर्यातकों के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इससे अमेरिकी बाजार में भारतीय निर्यात बढ़ने की उम्मीद है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्र ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान जब अमेरिका ने चीनी वस्तुओं पर उच्च शुल्क लगाया था, तो उस दौरान भारत चौथा सबसे बड़ा लाभ पाने वाला देश था। एक सूत्र ने कहा, ‘‘इस व्यापार युद्ध से भारत को लाभ मिलने की संभावना है। भारत से निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।’’
निर्यातकों ने यह भी कहा है कि चीन से आयात पर अमेरिका द्वारा सीमा शुल्क लगाए जाने से भारत को अमेरिका में निर्यात के लिए बहुत अवसर मिलेंगे। शुल्क लगाए जाने से चीन से अमेरिका को होने वाले निर्यात पर असर पड़ेगा क्योंकि इससे अमेरिकी बाजार में उनके सामान की कीमतें बढ़ जाएंगी, जिससे वे कम प्रतिस्पर्धी हो जाएंगे।
भारतीय निर्यातक संगठनों के महासंघ (फियो) के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा, ‘‘यह कदम भारतीय निर्यात के लिए अवसर पैदा कर सकता है, क्योंकि अमेरिकी खरीदार उच्च लागत से बचने के लिए वैकल्पिक आपूर्तिकर्ताओं की तलाश करेंगे।"चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने मंगलवार को घोषणा की कि वह अमेरिका के खिलाफ कई उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगा रहा है।
साथ ही उसने अमेरिकी सर्च इंजन ‘गूगल’ की जांच सहित अन्य व्यापार संबंधी उपायों की भी घोषणा की है। सरकार ने कहा, वह कोयला तथा तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) उत्पादों पर 15 प्रतिशत शुल्क लागू करेगी। साथ ही कच्चे तेल, कृषि मशीनरी, बड़ी कारों पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया जाएगा। बयान में कहा गया, ‘अमेरिका की एकतरफा शुल्क वृद्धि विश्व व्यापार संगठन के नियमों का गंभीर उल्लंघन है। यह अपनी समस्याओं को हल करने में कोई मदद नहीं करेगा, बल्कि यह चीन तथा अमेरिका के बीच सामान्य आर्थिक व व्यापार सहयोग को नुकसान पहुंचाएगा।’
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चीन पर लगाया गया 10 प्रतिशत शुल्क मंगलवार से लागू हो गए। हालांकि ट्रंप ने अगले कुछ दिन में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ बातचीत करने की योजना बनाई है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको, कनाडा और चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर कड़े शुल्क लगाने संबंधी एक आदेश पर शनिवार को हस्ताक्षर किए थे।
उन्होंने दावा किया था कि ये शुल्क ‘‘अमेरिकियों की सुरक्षा के लिए’’ आवश्यक हैं। हालांकि, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम के साथ अलग-अलग वार्ताओं में ट्रंप ने दोनों देशों पर शुल्क लगाए जाने के फैसले के क्रियान्वयन पर कम से कम एक महीने के लिए रोक लगाने पर सहमति जतायी है।
इस बीच, चीन के ‘स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन फॉर मार्केट रेगुलेशन’ ने मंगलवार को कहा कि वह गूगल के खिलाफ विश्वास विरोधी (एंटीट्रस्ट) कानूनों के उल्लंघन के संदेह में जांच कर रहा है। हालांकि, इसमें किसी शुल्क का विशेष रूप से उल्लेख नहीं किया गया, लेकिन यह घोषणा ट्रंप के 10 प्रतिशत शुल्क लागू होने के कुछ ही मिनट बाद की गई है।