सेंट्रल एक्साइज डे २०२०: जानिए 24 फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क
By धीरज पाल | Published: February 24, 2020 08:53 AM2020-02-24T08:53:40+5:302020-02-24T08:53:40+5:30
Central Excise Day 2020( सीबीईसी दिवस): केन्द्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड केन्द्रीय वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अंतर्गत आता है। यह एक अप्रत्यक्ष कर है।
देश में हर साल 24 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क विभाग केंद्रीय उत्पाद शुल्क (CBEC) दिवस मनाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन यानी 24 फरवरी को 1944 को केंद्रीय उत्पाद शुल्क एवं नमक कानून को बनाया गया था। इसलिए 24 फरवरी के दिन सीबीईसी दिवस मनाया जाता है।
इसके इस दिवस के मानमने के पीछे आम लोगों में उत्पाद शुल्क और सेवा शुल्क की अहमियत को बताना है। बता दें कि केन्द्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड केन्द्रीय वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अंतर्गत आता है। यह एक अप्रत्यक्ष कर है।
केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क का इतिहास
सीबीईसी एक अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax) होता है, जो कारखानों में निर्मित सभी प्रकार के उत्पादों पर लगता है। ब्रिटिश शासन में 1855 में ही उत्पाद शुल्क विभाग की स्थापना हो गई थी। सन् 1994 से विभिन्न प्रकार की सेवाओं को भी उत्पाद शुल्क की कटेगरी में रखा गया है। मालूम हो कि मोदी सरकार ने अप्रत्यक्ष करों को लेकर 1 जुलाई, 2017 से वस्तु एवं सेवा कर (GST) लागू किया है।