Budget 2019: चुनावी ट्रैक पर गोयल का 'हाई-स्पीड' बजट, जानें रेल यात्रियों पर पड़ेगा कितना असर
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 2, 2019 09:39 AM2019-02-02T09:39:08+5:302019-02-02T10:35:06+5:30
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पिछले साल अपने बजट में रेलवे के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए थे। पीयूष गोयल ने बजट में रेलवे के लिए 1.58 लाख करोड़ रुपए के पूंजीगत व्यय आवंटन की घोषणा की गई। यह रेलवे के लिए अब तक की सबसे बड़ी वार्षिक पूंजीगत खर्च की योजना है।
नई दिल्ली, एक फरवरी: वित्त मंत्री पीयूष गोयल द्वारा शुक्रवार को पेश किए गए अंतरिम बजट में यात्री किराए एवं माल भाड़ा शुल्क में कोई वृद्धि नहीं की गई. बजट में रेलवे के लिए 1.58 लाख करोड़ रुपए के पूंजीगत व्यय आवंटन की घोषणा की गई. यह रेलवे के लिए अब तक की सबसे बड़ी वार्षिक पूंजीगत खर्च की योजना है. इस साल अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होने हैं. इसके मद्देनजर किराए के बढ़ने की अपेक्षा नहीं की जा रही थी. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पिछले साल अपने बजट में रेलवे के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए थे.
रेल मंत्री का प्रभार भी संभाल रहे गोयल ने कहा कि भारतीय रेल के लिए वर्ष 2018-19 अब तक सबसे सुरक्षित साल रहा है और बड़ी लाइनों वाले नेटवर्क पर सभी मानवरहित लेवल क्रॉसिंग को समाप्त कर दिया गया है. उन्होंने अपने पहले बजट भाषण में कहा कि आगामी वित्त वर्ष के लिए रेलवे के लिए 1.58 करोड़ रुपए का पूंजीगत व्यय कार्यक्रम है, जो अब तक की सर्वाधिक राशि है.
मेक इन इंडिया को बढ़ावा स्वदेश में विकसित सेमी हाई-स्पीड 'वंदे भारत एक्सप्रेस' का परिचालन शुरू होने से भारतीय यात्रियों को तेज रफ्तार, बेहतरीन सेवा एवं सुरक्षा के साथ विश्वस्तरीय अनुभव होगा. उन्होंने कहा कि हमारे इंजीनियरों द्वारा पूर्ण रूप से विकसित प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में लगाई गई इस उल्लेखनीय ऊंची छलांग से 'मेक इन इंडिया' को काफी बढ़ावा मिलेगा और इसके साथ ही रोजगारों का सृजन भी होगा.
नई लाइन के लिए 7255 करोड़ रुपए बजट अनुमान के अनुसार वित्त वर्ष 2019-20 के लिए रेलवे की कुछ आय 2,72,705.68 करोड़ रुपए है जो वित्त वर्ष 2018-19 के लिए 2,49,851.01 करोड़ रुपए के संशोधित अनुमान से 22,854.01 करोड़ रुपए अधिक है. बजट में नई लाइनों के निर्माण के लिए 7255 करोड़ रुपए की निधि आवंटित की गई है, 2200 करोड़ रुपए आमान परिवर्तन, दोहरीकरण के लिए 700 करोड़ रुपए, रॉलिंग स्टॉक के लिए 6114.82 करोड़ रुपए और सिग्नल एवं दुरसंचार के लिए 1,750 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं.
यात्री सुविधाओं के लिए 3422 करोड़ रुपए वित्त मंत्री गोयल ने घोषणा की कि यात्री सुविधाओं के विकास के लिए कुल 3422 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं जो रेल उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए करीब 1000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त व्यय है. मौजूदा वित्त वर्ष के लिए परिचालन अनुपात सुधरकर 96.2 प्रतिशत हो गया है. अगले वित्त वर्ष में इसे 95 प्रतिशत करने का लक्ष्य है.
रेलवे का नियोजित व्यय वर्ष 2013-14 के स्तर से 148 प्रतिशत अधिक हो गया है. बोगीबिल ब्रिज असम में ब्रह्मपुत्र नदी पर बोगीबिल ब्रिज ने रेलवे को काफी राहत दी है. मालगाडियों की आवाजाही काफी हद तक सुव्यवस्थित हो गई है. यह उत्तरी बैंक मार्ग के माध्यम से तथा ऊपरी असम क्षेत्र में मालगाडियों की आवाजाही के लिए वैकल्पिक मार्ग बन गया है. गुवाहाटी को छोड़कर ऊपरी असम जाने वाली मालगाडि़यों के लिए न केवल दक्षिण बैंक की तुलना में डिब्रूगढ़ तक 170 किलोमीटर की दूरी कम हो गई है, बल्कि इन गाडि़यों को चलाने में मानवशक्ति की आवश्यकता में है. इस ब्रिज के माध्यम से मालगाडि़यों को पुन: निर्देशित कर लगभग आठ से 10 घंटे तक का समय की बचत हो रही है.
समाचार एजेंसियों से इनपुट्स लेकर