पतंजलि को पड़ी 'अनुलोम विलोम-कपालभाती' की जरूरत, बाबा रामदेव की स्वदेशी कंपनी के वार्षिक टर्नओवर में आई भारी गिरावट
By विकास कुमार | Published: June 14, 2019 02:40 PM2019-06-14T14:40:52+5:302019-06-14T14:40:52+5:30
पतंजलि के मेगा फूडपार्क जो महाराष्ट्र और दिल्ली के बाहर 2017 तक तैयार होने थे उसका लक्ष्य अब बढ़ा कर 2020 तक कर दिया गया है. पतंजलि के मुताबिक, कंपनी 25,000 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोज़गार मुहैया करवाती है.
विदेशी कंपनियों को अनुलोम विलोम-कपालभाती करवाने का दावा करने वाले योग गुरु बाबा रामदेव की स्वदेशी कंपनी पतंजलि के वार्षिक टर्नओवर में भारी गिरावट आई है. मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, अप्रैल 2018 से दिसंबर 2018 तक पतंजलि 4700 करोड़ रुपये के ही उत्पाद बेच पायी है. वहीं, अगर बात 2016 की करें तो इस साल पतंजलि ने 9300 करोड़ का बिज़नेस किया था जो 2017 में घट कर 8135 करोड़ आ गई थी.
2016 के आंकड़ों से उत्साहित बाबा रामदेव ने कहा था कि हम अगले दो वर्षों के भीतर 20,000 करोड़ के टर्नओवर का आंकड़ा छू लेंगे. लेकिन पतंजलि को बीते दो वर्षों में ही स्वदेशी आंदोलन के इस मोर्चे पर झटका लगा है. इसके कई कारण बताये जा रहे हैं.
नोटबंदी और जीएसटी
2016 के नवम्बर में मोदी सरकार द्वारा किए गए नोटबंदी और 2017 के जुलाई में लागू किए गए जीएसटी के कारण पतंजलि के उत्पादों की बिक्री पर असर पड़ा. इसके अलावा पतंजलि ने एक साथ कई प्रोजेक्ट शुरू किए हैं जिसके कारण उसके उत्पादों की गुणवत्ता पर असर पड़ा है. पतंजलि के पूरे देश में 3500 डिस्ट्रीब्यूटर हैं जो 47000 रिटेलर्स को कंपनी के उत्पाद मुहैया करवाते हैं.
ब्रॉडकास्ट ऑडियंस काउंसिल के मुताबिक, पतंजलि 2016 में टीवी पर विज्ञापन देने के मामले में तीसरे स्थान की कंपनी थी जो बीते साल शीर्ष 10 से बाहर हो गई. कंपनी के घट रहे टर्नओवर के पीछे इसे भी एक बड़ा कारण बताया जा रहा है.
पतंजलि का टर्नओवर घटा
पतंजलि अपने कुछ उत्पाद खुद बनाती है या किसी थर्ड पार्टी से भी लेती है, इसको लेकर भी शंका हाल के दिनों में गहराया है. वहीं, पतंजलि में 98.55 प्रतिशत का होल्ड रखने वाले बाबा रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने कहा है कि आने वाले वर्षों में उनकी कंपनी अपने पुराने टारगेट को अचीव कर लेगी.
पतंजलि के मेगा फूडपार्क जो महाराष्ट्र और दिल्ली के बाहर 2017 तक तैयार होने थे उसका लक्ष्य अब बढ़ा कर 2020 तक कर दिया गया है. पतंजलि के मुताबिक, कंपनी 25,000 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोज़गार मुहैया करवाती है.