चुनावी रुझानों से शेयर बाजार में खलबली, खुलते ही धड़ाम हो गया सेंसेक्स, 500 अंको की गिरावट दर्ज
By स्वाति सिंह | Published: December 11, 2018 09:55 AM2018-12-11T09:55:53+5:302018-12-11T09:55:53+5:30
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के शुरूआती रुझानों में में सत्ताधारी बीजेपी को कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल रही है और प्रमुख एशियायी सूचकांकों में गिरावट को देखते हुए निवेशकों ने घबराहटपूर्ण बिकवाली की। रुपये की कमजोरी तथा कमजोर वैश्विक रुख से यहां धारणा और खराब हुई।
शेयर बाजार खुलते ही बुधवार को भारी गिरावाट दर्ज की गई। सेंसेक्स में 500 अंक की गिरावट दर्ज की गई। बाजार में 500 अंक की गिरावट के साथ सेंसेक्स 34,458.86 पर पहुंच गया।
वहीं, शेयर बाजार सोमवार (10 दिसंबर) को भारी बिकवाली दबाव में रहे तथा सेंसेक्स 714 अंक टूट गया था। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के शुरूआती रुझानों में में सत्ताधारी बीजेपी को कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल रही है और प्रमुख एशियायी सूचकांकों में गिरावट को देखते हुए निवेशकों ने घबराहटपूर्ण बिकवाली की। रुपये की कमजोरी तथा कमजोर वैश्विक रुख से यहां धारणा और खराब हुई।
इसी तरह बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 713.53 अंक या करीब दो प्रतिशत टूटकर 35,000 अंक से नीचे 34,959.72 अंक पर आ गया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 205.25 अंक या 1.92 प्रतिशत के नुकसान से 10,488.45 अंक पर आ गया।
शुरूआती रुझानों में कांग्रेस को राजस्थान में सरकार बनते दिख रही है। वहीं, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में दोनों दलों के बीच कड़ा मुकाबला हो रहा है। इससे घरेलू बाजार प्रभावित हुआ।
अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में कारोबार के दौरान रुपया टूटकर 71.44 प्रति डॉलर के निचले स्तर पर आ गया। इससे भी कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
बीएसई और एनएसई पर रीयल्टी, बैंकिंग, धातु, फार्मा और वित्तीय कंपनियों सहित सभी वर्गों के शेयर नुकसान में रहे।
सोमवार को कोटक बैंक के शेयर में छह प्रतिशत से अधिक की गिरावट पर बंद गुई। बैंक ने कहा है कि उसने रिजर्व बैंक द्वारा बैंक के तरजीही शेयरों के जरिये प्रवर्तकों की हिस्सेदारी घटाने के फैसले को चुनौती दी है। अगस्त में बैंक के संस्थापक एवं प्रवर्तक उदय कोटक ने तरजीही शेयरों के जरिये अपनी हिस्सेदारी को 30 से घटाकर 19.70 किया था। इसके कुछ दिन बाद रिजर्व बैंक ने कहा था कि कोटक द्वारा हिस्सेदारी घटाना नियामकीय नियमों को पूरा नहीं करता।
अन्य कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स, अडाणी पोर्ट्स, भारती एयरटेल, सनफार्मा, एलएंडटी, पावरग्रिड, एचडीएफसी, एक्सिस बैंक और बजाज आटो के शेयर चार प्रतिशत तक टूट गए। सेंसेक्स के 30 शेयरों में सिर्फ कोल इंडिया और मारुति ही 0.79 प्रतिशत तक चढ़े।
इस बीच, शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार को 817.40 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 242.56 करोड़ रुपये की लिवाली की।
(भाषा इनपुट के साथ)