अब एयर इंडिया को सहायक कंपनी AIATSL को बेचेगी सरकार, रणनीतिक बिक्री को दी मंजूरी
By भाषा | Published: November 28, 2018 03:07 AM2018-11-28T03:07:28+5:302018-11-28T03:07:28+5:30
यह मंजूरी ऐसे समय आयी है जब सरकार एयर इंडिया को पटरी पर लाने के लिये काम कर रही है। इसमें एयरलाइन के कम महत्वपूर्ण संपत्ति की बिक्री शामिल है। एयर इंडिया के ऊपर 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है।
केंद्र सरकार द्वारा बनायी गयी एक मंत्री स्तरीय समिति ने एयर इंडिया की अनुषंगी एआईएटीएसएल एयर इंडिया एयर ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लि. को किसी चुनिंदा खरीददार के हाथों बेचने के प्रस्ताव को मंगलवार को मंजूरी दे दी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
यह कंपनी हवाई अड्डे पर उतरे विमानों के लिए अगली उड़ान से पहले विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान करती है।
यह मंजूरी ऐसे समय आयी है जब सरकार एयर इंडिया को पटरी पर लाने के लिये काम कर रही है। इसमें एयरलाइन के कम महत्वपूर्ण संपत्ति की बिक्री शामिल है। एयर इंडिया के ऊपर 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है।
एक अधिकारी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वित्त मंत्री अरूण जेटली की अध्यक्षता वाली एयर इंडिया के विनिवेश पर वैकल्पिक व्यवस्था ने एयर इंडिया एयर ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लि. की बिक्री के लिये प्रारंभिक सूचना ज्ञापन के साथ रूचि पत्र (ईओआई) को मंजूरी दे दी है।
एआईएटीएसएल की बिक्री से प्राप्त राशि का उपयोग एयर इंडिया के कर्ज भुगतान में किया जाएगा।
समिति ने रणनीतिक बिक्री के जरिये एआईएटीएसएल में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी के विनिवेश का निर्णय किया है।
इस संदर्भ में यहां हुई बैठक में जेटली तथा नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु समेत अन्य ने भाग लिया।
एआईएटीएसएल विशेष उद्देश्यीय कंपनी (एसपीवी) को हस्तांतरित करने के बाद उसकी बिक्री की जाएगी। एसपीवी का गठन पहले ही किया जा चुका है।
एसपीवी को एआईएटीएसएल स्थानांतरित करने के बाद ईओआई दस्तावेज जारी किया जाएगा।
वित्त वर्ष 2016-17 में एआईएटीएसएल को 61.66 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। कंपनी का गठन जून 2003 में हुआ था।