अडानी समूह के FPO में करेगी 32.62 अरब का निवेश करेगी संयुक्त अरब अमीरात की IHC
By रुस्तम राणा | Published: January 30, 2023 06:59 PM2023-01-30T18:59:16+5:302023-01-30T19:21:05+5:30
अबू धाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (IHC) ने 30 जनवरी को खुलासा किया कि वह अपनी सहायक कंपनी ग्रीन ट्रांसमिशन इन्वेस्टमेंट होल्डिंग आरएससी आरएससी लिमिटेड के माध्यम से अदानी एंटरप्राइजेज के 20,000 करोड़ रुपये के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) में 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगी।

अडानी समूह के FPO में करेगी 32.62 अरब का निवेश करेगी संयुक्त अरब अमीरात की IHC
Adani Enterprises: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बीच अडानी ग्रुप के लिए अच्छी खबर है। अबु धावी की एक कंपनी ने अडानी एंटरप्राइजेज में भारी निवेश करने का ऐलान किया है। अबू धाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (IHC) ने 30 जनवरी को खुलासा किया कि वह अपनी सहायक कंपनी ग्रीन ट्रांसमिशन इन्वेस्टमेंट होल्डिंग आरएससी आरएससी लिमिटेड के माध्यम से अदानी एंटरप्राइजेज के 20,000 करोड़ रुपये के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) में करीब 32.62 अरब रुपये (400 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का निवेश करेगी।
आईएचसी अबू धाबी की सबसे मूल्यवान सूचीबद्ध कंपनियों में से एक, अडानी एंटरप्राइजेज की शेयर पेशकश की एंकर बुक में भी एक निवेशक थी। आईएचसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सैयद बसर शुएब ने कहा, "अडानी समूह में हमारी रुचि अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के मूल सिद्धांतों में विश्वास से प्रेरित है। हम दीर्घकालिक दृष्टिकोण से विकास की प्रबल संभावना और अपने शेयरधारकों के लिए अतिरिक्त मूल्य देखते हैं।"
कंपनी ने एक बयान में कहा, सभी विनियामक अनुमोदन प्राप्त करने के बाद लेनदेन सभी आवश्यक प्रक्रियाओं के पूरा होने के अधीन होगा। अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी एंटरप्राइजेज समेत अदानी समूह की तीन कंपनियों में पिछले साल के 2 अरब डॉलर के निवेश के बाद आईएचसी ने अडानी समूह के साथ यह दूसरा निवेश सौदा है, जो सभी भारतीय एक्सचेंजों में सूचीबद्ध हैं।
शुएब ने कहा कि हम नई संभावनाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार को करीब से देख रहे हैं, और हम 2023 में अपने पारंपरिक बाजार के बाहर और अवसरों की तलाश जारी रखेंगे। आईएचसी की स्थापना 1998 में यूएई में गैर-तेल व्यापार क्षेत्रों में विविधता लाने और विकसित करने की पहल के हिस्से के रूप में की गई थी।
गौरतलब है कि हाल ही हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से अडानी समूह को शेयर बाजार में नुकसान पहुंचा है। इस रिपोर्ट के आने से कंपनी के शेयरों में गिरावट देखी गई। हालांकि समूह से इस रिपोर्ट को खारिज कर किया है।