बिना नाम लिए ही पीएम नरेंद्र मोदी पर उर्मिला मातोंडकर ने साधा निशाना, कहा - अक्कड़ बक्कड़ बंबे बो, डीजल नब्बे पेट्रोल सौ...
By अमित कुमार | Published: February 19, 2021 06:18 PM2021-02-19T18:18:33+5:302021-02-19T18:23:39+5:30
एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर ने साल 2019 में कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन करके अपने राजनीति करियर शुरुआत किया था। इसके बाद वह शिवसेना से जुड़ीं। वह सोशल मीडिया पर बेबाक अंदाज में अपनी बात रखती रहती हैं।
देश में लगातार दसवें दिन पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस महीन के 18 दिनों में ऐसा 12 वीं बार हो रहा है जब पेट्रोल के दाम बढ़ाए गए हैं। लगातार पेट्रोल के बढ़ते दामों को लेकर सरकार पर विपक्ष हमला कर रहा है। बॉलीवुड एक्ट्रेस और शिवसेना नेता उर्मिला मातोंडकर ने भी सरकार पर हमला किया है। उर्मिला ने बिना नाम लिए ही पीए नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
उर्मिला ने अपने ट्वीट में लिखा कि अक्कड़ बक्कड़ बंबे बो डीजल नब्बे पेट्रोल सौ, सौ मे लगा धागा सिलेंडर उछल के भागा। सोशल मीडिया पर उर्मिला का यह ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है। फैंस लगातार इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। उर्मिला मातोंडकर से पहले कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भी भाजपा सरकार को इस मुद्दे पर घेर चुकी हैं।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा- जनता से वसूले जा चुके हैं 21.50 लाख करोड़
कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार पर ‘ईंधन-टैक्स-जीवी’ होने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में कटौती कर देश की आम जनता को राहत प्रदान की जाए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि केंद्र सरकार ने पिछले साढ़े छह वर्षों में पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाकर 21.50 लाख करोड़ रुपये जनता से वसूले हैं।
अक्कड़ बक्कड़ बंबे बो
— Urmila Matondkar (@UrmilaMatondkar) February 18, 2021
डीजल नब्बे पेट्रोल सौ
सौ मे लगा धागा
सिलेंडर ऊछल के भागा 😱😱
कांग्रेस का सवाल 32 रुपये प्रति लीटर का पेट्रोल 90 रुपये प्रति लीटर क्यों बेचा जा रहा है?
रणदीप सुरजेवाला ने कुछ आंकड़े जारी करते हुए सवाल किया कि मोदी सरकार 32 रुपये प्रति लीटर का पेट्रोल 90 रुपये प्रति लीटर और 34 रुपये प्रति लीटर का डीजल 80 रुपये प्रति लीटर में क्यों बेच रही है? सुरजेवाला ने दावा किया कि सच्चाई यह है कि कच्चे तेल का घरेलू उत्पादन करने वाली सरकारी कंपनी ओएनजीसी का बजट ही मोदी सरकार ने काट दिया। साल 2020-21 में ओएनजीसी का बजट 32,501 करोड़ रुपये था, इस साल कम करके 29,800 करोड़ रुपये कर दिया है।