कंगना के बयान पर भड़के तेज प्रताप, कहा- बलिदान ना देते तो किसी अंग्रेज के घर में जूते-चप्पल साफ कर रहे होते
By अनिल शर्मा | Published: November 13, 2021 03:27 PM2021-11-13T15:27:25+5:302021-11-13T15:38:35+5:30
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को उनके आजादीवाले बयान को लेकर हर कोई निशाने पर ले रहा है। लोग सोशल मीडिया पर अभिनेत्री के खिलाफ भड़ास निकाल रहे हैं।
मुंबईः बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को उनके आजादीवाले बयान को लेकर हर कोई निशाने पर ले रहा है। लोग सोशल मीडिया पर अभिनेत्री के खिलाफ भड़ास निकाल रहे हैं। मामले में राजनेता भी अपने-अपने ट्विट्स के जरिए कंगना पर हमला बोल रहे हैं। इस बीच लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने एक ट्वीट के जरिए कंगना पर निशाना साधा है।
तेज प्रताप ने कहा है कि अगर स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदानें नहीं दी होती तो आज किसी अंग्रेज के घर में चप्पल साफ कर रहे होते। तेज प्रताप ने कंगना की एक पुरानी तस्वीर साझा करते हुए (जिसमें वह अपने फुटवीयर को साफ करती नजर आ रही हैं) लिखा- जब कुछ लोग अंग्रेजों से माफी मांग रहे थे तब देश के वीर फांसी का फंदा चूम रहे थे तो यह कह कर की देश को आजादी 2014 के बाद मिली है देश के खातिर शहीद हुए स्वतंत्रता सेनानियों को तो अपमानित ना करें अगर वह देश के खातिर बलिदान ना देते तो आज भी किसी अंग्रेज के घर में जूते चप्पल साफ कर रहे होते।
जब कुछ लोग अंग्रेजों से माफी मांग रहेथे तब देश के वीर फांसी का फंदा चूम रहेथे तोयह कह कर की देश को आजादी 2014के बाद मिली है देश के खातिर शहीद हुए सवतंत्रता सेनानियों को तो अपमानित ना करें अगर वह देश के खातिर बलिदान ना देते तो आज भी किसी अंग्रेज के घरमें जूते चप्पल साफ कर रहे होते pic.twitter.com/2y4YQyG5e3
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) November 12, 2021
गौरतलब है कि हाल ही में टाइम्स नाउ समिट में कंगना ने कहा था कि 'सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि हिंदुस्तानी-हिंदुस्तानी का खून न बहाए। उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन। पर वो आजादी नहीं थी वो भीख थी। जो आजादी मिली है वो 2014 में मिली है।’
बयान को लेकर ट्रोल किए जाने पर कंगना ने लिखा है कि 1857 में स्वतंत्रता के लिए पहली सामूहिक लड़ाई शुरू हुई। पूरी लड़ाई में सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और वीर सावरकर जी जैसे महान लोगों ने बलिदान दिया। 1857 की लड़ाई मुझे पता है, लेकिन 1947 में कौन सा युद्ध हुआ था, मुझे पता नहीं है। अगर कोई मुझे बता सकता है तो मैं अपना पद्मश्री वापस कर दूंगी और माफी भी मांगूंगी…कृपया इसमें मेरी मदद करें।