Tanhaji Box Office Collection Day 7: अजय देवगन की 'तान्हाजी' ने 7वें दिन भी मचाया तहलका, जानें अब तक का कुल कलेक्शन
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: January 17, 2020 10:14 AM2020-01-17T10:14:40+5:302020-01-17T10:14:40+5:30
अजय देवगन (Ajay Devgn) और सैफ अली खान (Saif Ali Khan) की फिल्म 'तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर' ने रिलीज के बाद से ही बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी है
बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन की फिल्म तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर पर्दे पर रिलीज हो गई है।ओम राउत के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में अजय देवगन के अलावा सैफ अली खान, काजोल, शरद केलकर और नेहा शर्मा भी हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज के घनिष्ठ मित्र और वीर निष्ठावान मराठा सरदार तान्हाजी मालुसरे की यह कहानी एक शौर्य गाथा है। तान्हाजी के पिता मृत्यु से पहले स्वराज के सपने की जिम्मेदारी तान्हाजी के मजबूत हाथों में सौंपते हैं और कहते हैं कि लोग वसीयत छोड़कर जाते हैं, मैं कर्ज़ छोड़कर जा रहा हूं, मिट्टी की आजादी। फिल्म पहले दिन से ही शानदार कर रही है।
अजय देवगन की तान्हाजी ने पहले दिन 15.10 करोड़, दूसरे दिन 20.57 करोड़, तीसरे दिन 26.26 करोड़, चौते दिन 13.75 करोड़, पांचवें दिन 15.28 करोड़ और छठे दिन 16.72 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है।
पहले हफ्ते में ही 100 करोड़ का आंकड़ा पार करते हुए 'तान्हाजी' बॉलीवुड की 20 बड़ी फिल्मों में शामिल हो चुकी है। साथ ही अजय देवगन की 'तान्हाजी' ने सलमान खान की 'एक था टाइगर' और 'दबंग 2' का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है।बॉक्स ऑफिस इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक फिल्म ने सातवें दिन 11 से 12 करोड़ रुपये की कमाई की है। ऐसे में फिल्म ने पहले हफ्ते में ही 116 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर लिया है।
फिल्म की कहानी
छत्रपति शिवाजी महाराज(शरद केलकर) का स्वराज सपना है, जो हर एक मराठा के दिल में बसता है।बात उस समय की है जब औरंजेब शासित मुगल सल्तनत दिन पे दिन शक्तिशाली होती है।कई राजपूत राजा उनसे जा मिले थे। अब औरंगजेब अपने साम्राज्य को बढ़ाना चाहता है। मुगल धोखे से मराठों के 23 किलों को अपने कब्ज़े में कर लेते हैं, जिसमें से एक है कोंढ़णा का किला।
शिवाजी महाराज को इस बात की खबर लगती है। इस अक्रामण के लिए औरंगजेब अपने सबसे वफादार उदयभान (सैफ अली खान) को कोंढ़णा की तरफ भेजते हैं। शिवाजी किसी भी तरह से उदयभान को रोकना चाहते हैं। दूसरी तरफ तान्ही जी (अजय देवगन) अपने बेटे की शादी में व्यस्त होते हैं, शिवाजी नहीं चाहते थे कि उनकी खुशियों में दखल दें। लेकिन तान्हाजी जैसे ही आक्रमण की खबर सुनते हैं वैसे ही शादी छोड़कर कर्ज पूरा करने के लिए निकल पड़ते हैं। तान्हाजी किस तरह से कोंढ़णा के किले को उदयभान से बचाते हैं और भगवा लहराते हैं इसके लिए आपको फिल्म देखना होगा।