'Tanhaji' Box Office Collection Day 9: अजय देवगन की फिल्म 'तान्हाजी' जल्द करेगी 200 करोड़ का आंकड़ा पार, जानिए अब तक का कलेक्शन
By ज्ञानेश चौहान | Published: January 19, 2020 05:10 PM2020-01-19T17:10:04+5:302020-01-19T17:10:04+5:30
फिल्म 'तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर' महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा पसंद की जा रही है। यह फिल्म 'बाहुबली: द कन्क्लूजन' के बाद राज्य में दूसरी सबसे बड़ी कमाई वाली फिल्म बन चुकी है, साथ ही स्थानीय मराठी फिल्म सैराट को मात दे सकती है।
बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन की फिल्म 'तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर' बॉक्स ऑफिस पर लगातार छाई हुई है। पहले ही हफ्ते में यह फिल्म 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुकी है। इस फिल्म का अब तक का कलेक्शन 150 करोड़ रुपए के करीब पहुंच गया है। फिल्म की इस रफ्तार को देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जल्द ही यह फिल्म 200 करोड़ रुपए का आंकड़ा भी पार कर लेगी।
अब तक का टोटल कलेक्शन 141 करोड़ रुपए
बॉक्स ऑफिस इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक शनिवार को यानी 9वें दिन फिल्म 'तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर' ने 15.50 करोड़ रुपए की कमाई की है। यानी नौ दिनों के टोटल कलेक्शन की अगर हम बात करें तो यह 141 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। रविवार को यह फिल्म 150 का आंकड़ा आसानी से पार कर सकती है। ओम राउत के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में अजय देवगन के अलावा सैफ अली खान, काजोल, शरद केलकर और नेहा शर्मा भी हैं।
महाराष्ट्र में मचाया धमाल
फिल्म 'तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर' महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा पसंद की जा रही है। यह फिल्म 'बाहुबली: द कन्क्लूजन' के बाद राज्य में दूसरी सबसे बड़ी कमाई वाली फिल्म बन चुकी है, साथ ही स्थानीय मराठी फिल्म सैराट को मात दे सकती है।
फिल्म की कहानी
फिल्म में दिखाया गया है कि छत्रपति शिवाजी महाराज का स्वराज सपना है, जो हर एक मराठा के दिल में बसता है। बात उस समय की है जब औरंगजेब शासित मुगल सल्तनत दिन-ब-दिन शक्तिशाली होती है। कई राजपूत राजा उनसे मिल जाते हैं। अब औरंगजेब अपने साम्राज्य को बढ़ाना चाहता है। मुगल धोखे से मराठों के 23 किलों पर अपना कब्ज जमा लेता है, जिसमें से एक है कोंढ़णा का किला।
शिवाजी महाराज को इस बात की खबर लगती है। इस अक्रामण के लिए औरंगजेब अपने सबसे वफादार उदयभान (सैफ अली खान) को कोंढ़णा की तरफ भेजते हैं। शिवाजी किसी भी तरह से उदयभान को रोकना चाहते हैं। दूसरी तरफ तान्ही जी (अजय देवगन) अपने बेटे की शादी में व्यस्त होते हैं, शिवाजी नहीं चाहते थे कि उनकी खुशियों में दखल दें। लेकिन तान्हाजी जैसे ही आक्रमण की खबर सुनते हैं वैसे ही शादी छोड़कर कर्ज पूरा करने के लिए निकल पड़ते हैं। तान्हाजी किस तरह से कोंढ़णा के किले को उदयभान से बचाते हैं और भगवा लहराते हैं इसके लिए आपको फिल्म देखना होगा।