सुशांत केस: बिहार पुलिस ने सिद्धार्थ पिठानी सहित 10 लोगों का बयान किया दर्ज, पटना SP के क्वारंटीन करने पर BMC ने कही ये बात
By पल्लवी कुमारी | Published: August 3, 2020 11:47 PM2020-08-03T23:47:17+5:302020-08-03T23:47:17+5:30
34 वर्षीय अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत राजपूत 14 जून को अपने मुंबई बांद्रा स्थित आवास पर मृत मिले थे। उनके मौत के मामले की जांच मुंबई पुलिस के साथ परिवार द्वारा पटना में शिकायत दर्ज कराने के बाद बिहार पुलिस भी कर रही है।
नई दिल्ली:सुशांत सिंह राजपूत केस में हर दिन कुछ न कुछ नया हो रहा है। सुशांत सिंह राजपूत के पिता की ओर से दर्ज की एफआईआर पर जांच करने के लिए बिहार पुलिस की एक टीम मुंबई गई है। बिहार पुलिस ने अधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि उन्होंने इस मामले में अब तक 10 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। सुशांत सिंह राजपूत मामले में बिहार पुलिस ने क्रिएटिव मैनेजर सिद्धार्थ पिठानी, दीपेश सावंत सहित 10 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने सोमवार दोपहर (3 अगस्त) को कहा कि मामले में दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज करने के बाद जांच चल रही है और मुंबई पुलिस ने अभी तक 56 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि सुशांत की बहन के भी बयान दर्ज किए गए हैं।
Bihar Police recorded statements of 10 people so far. #SushantSinghRajputhttps://t.co/u2tdi9AePp
— ANI (@ANI) August 3, 2020
पटना सिटी SP को क्वारंटीन करने पर BMC की सफाई
पटना सिटी एसपी विनय तिवारी को 2 अगस्त की रात 11 बजे BMC द्वारा 14 दिनों के लिए क्वारंटीन किया गया है। जिसपर काफी विवाद हो रहा है। बिहार पुलिस का आरोप है कि पटना सिटी एसपी विनय तिवारी को गैरकानूनी तरीके से क्वारंटीन किया गया है। इस पूरे मामले पर मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा है, WHO और ICMR की गाइडलाइन और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसीजर (SOP) सबके लिए बराबर है। किसी के साथ कोई जबरदस्ती नहीं की गई है। लोगों को होटल या घर में क्वारंटीन किया जाता है, इसी SOP का पालन किया गया है। इसमें कोई जबरदस्ती नहीं है।
WHO & ICMR guidelines and SOPs are same for all. No one is forced into anything. People can be quarantined either at hotels or placed in home quarantine. SOP was followed. I think it was not forced: Mumbai Mayor Kishori Pednekar on quarantine of Bihar Police officer #VinayTiwarihttps://t.co/mT8k5BkVUrpic.twitter.com/5j2etgSMfJ
— ANI (@ANI) August 3, 2020
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि अधिकारी को जबरन पृथक-वास में भेजना गलत है। नीतीश कुमार ने पटना में संवाददाताओं से कहा, उनके साथ जो भी हुआ है, वह अनुचित है। उन्होंने यह भी कहा कि यह विषय राज्य के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने महाराष्ट्र के अधिकारियों के समक्ष उठाया है। कुमार ने कहा, ‘‘वह (पांडेय) खुद संबद्ध अधिकारियों से बात करेंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या इस विषय को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बारे में वह कुछ कहना चाहेंगे, कुमार ने कहा, यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। यह बिहार पुलिस के एक कानूनी दायित्व का विषय है। हम इसे पूरा करने की हरसंभव कोशिश करेंगे।
पिता का दावा- सुशांत की जान को खतरा होने के बारे में पहले ही मुंबई पुलिस को फरवरी में बता दिया था
सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने अपने बेटे की जान को खतरे के बारे में फरवरी में ही मुंबई पुलिस को बता दिया था, लेकिन पुलिस ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और जून में राजपूत की मौत के अगले दिन जिन लोगों के खिलाफ शिकायत की गई थी, उसपर भी कोई कार्रवाई नहीं की।
सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने वीडियो बयान में कहा, ''मैंने फरवरी में ही मुंबई पुलिस को बता दिया था कि मेरे बेटे सुशांत की जान को खतरा है, लेकिन इसपर कोई ध्यान नहीं दिया गया। 14 जून को जब मेरे बेटे की मौत हुई, तो मैंने उनसे नामजद लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया, लेकिन 40 दिन बाद भी इसपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जब हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा तो मैंने यहां पटना में एक थाने में शिकायत दर्ज कराई।''
#WATCH: #SushantSinghRajput's father in a self-made video says, "On Feb 25, I informed Bandra Police that he's in danger. He died on June 14 & I asked them to act against people named in my Feb 25 complaint. No action taken even 40 days after his death. So I filed FIR in Patna." pic.twitter.com/tnn9XN1XlB
— ANI (@ANI) August 3, 2020
मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने सोमवार दोपहर (3 अगस्त) को कहा कि मामले में दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज करने के बाद जांच चल रही है और मुंबई पुलिस ने अभी तक 56 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि सुशांत की बहन के भी बयान दर्ज किए गए हैं। पुलिस आयुक्त ने कहा कि सुशांत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की आठ जून को हुई मौत से उन्हें जोड़े जाने के कारण अभिनेता दुखी थे।
महाराष्ट्र के एक प्रमुख युवा नेता के नाम का सोशल मीडिया पर जिक्र किए जाने के बारे में पूछने पर सिंह ने कहा, ‘‘अभी तक की जांच में किसी नेता का नाम नहीं आया है। किसी भी पार्टी के किसी भी नेता के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार पुलिस की प्राथमिकी में कहा गया है कि सुशांत के खाते से 15 करोड़ रुपये निकाले गए। जांच के दौरान हमने पाया कि उनके खाते में 18 करोड़ रुपये थे, जिनमें से साढ़े चार करोड़ रुपये अब भी हैं।
(पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)