सुशांत की मौत से यूट्यूब पर कमाए लाखों, अक्षय ने किया 500 करोड़ की मानहानि का दावा
By गुणातीत ओझा | Published: November 19, 2020 02:37 PM2020-11-19T14:37:02+5:302020-11-19T16:17:36+5:30
अभिनेता सुशांत सिंह की मौत पर फेक न्यूज पोस्ट करने वाले यूट्यूबर राशिद सिद्दीकी को मुंबई पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार किया है। राशिद पर अभिनेता अक्षय कुमार ने 500 करोड़ रुपये की मानहानि का दावा भी किया है।
मुंबई। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद YouTube पर कई वीडियो बनाए गए। लोगों ने अभिनेता की मौत के हाईप्रोफाइल मामले को कमाने का जरिया बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कई ऐसे भी यूट्यूबर रहे जिन्होंने फेक न्यूज का सहारा लेकर कमाई तो की ही साथ ही लाखों में अपने सब्सक्राइबर भी बढ़ा लिए। इस कड़ी में 25 साल के यूट्यूबर राशिक सिद्दीकी ने सारी हद ही पार कर दी। राशिद को यूट्यूब पर फेक न्यूज पोस्ट करने के आरोप में मुंबई पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने इन खबरों से बीते चार महीने में 15 लाख रुपए कमाए हैं। राशिद पर शिवसेना की लीगल सेल से जुड़े वकील धर्मेंद्र मिश्रा ने केस दर्ज करवाया था। सिद्दीकी के पास सुशांत की मौत से पहले दो लाख सब्सक्राइबर थे, जो अब बढ़कर 3.70 लाख हो गए हैं।
अभिनेता अक्षय कुमार ने भी सिद्दीकी के खिलाफ 500 करोड़ की मानहानि का दावा किया है। उसने अपने एक वीडियो में आरोप लगाया था कि अभिनेता ने कनाडा में रिया चक्रवर्ती को छिपा कर रखा है।
राशिद सिद्दीकी बिहार में रहता है और पेशे से सिविल इंजीनियर है। वह YouTube पर 'एफएफ न्यूज' नाम से चैनल चलाता है। सिद्दीकी के खिलाफ मानहानि, सार्वजनिक रूप से बदनाम करने और जानबूझकर अपमान करने के आरोपों में केस दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के बाद अदालत ने राशिद को अग्रिम जमानत दे दी है और उसे जांच में सहयोग करने का आदेश दिया है। मुंबई पुलिस, महाराष्ट्र सरकार, मंत्री आदित्य ठाकरे और अभिनेता अक्षय कुमार के खिलाफ सिद्दीकी की खबरों को लाखों YouTubers ने देखा था। पुलिस जांच में सामने आया है कि YouTube पर सुशांत की मौत के बारे में फेक न्यूज से राशिद ने लाखों रुपए कमाए थे।
इससे पहले मुंबई साइबर पुलिस ने दिल्ली के वकील विभोर आनंद को गिरफ्तार किया था। आनंद पर राजपूत की मौत से संबंधित फेक वीडियो पोस्ट करने और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे को अपशब्द कहने के आरोप हैं। आनंद को भी इन वीडियो से हजारों सब्सक्राइबर मिले।
मुंबई पुलिस के एक सीनियर ऑफिसर ने बताया, 'अभिनेता की मौत को पैसे कमाने के एक अवसर के रूप में इस्तेमाल किया गया था, क्योंकि लोग इससे जुड़ी खबरें जानने के लिए बेताब थे। एक बार जब मीडिया ने अलग-अलग एंगल से रिपोर्ट करना शुरू कर दिया, तो YouTubers ने भी मौका देखकर फेक न्यूज पोस्ट करना शुरू कर दिया। उन्होंने मुंबई पुलिस की इमेज खराब की और लॉकडाउन के दौरान खूब पैसा कमाया।'