कोरोना से डैमेज हुआ लॉ स्टूडेंट का फेफड़ा, इलाज के लिए 2 करोड़ का खर्च; फरिश्ता बन मदद को आगे आए सोनू सूद
By अनिल शर्मा | Published: June 8, 2021 02:33 PM2021-06-08T14:33:02+5:302021-06-08T14:34:08+5:30
इंदौर के एक परिवार ने उनसे अपने बेटे (सार्थक गुप्ता ) के इलाज के लिए मदद की गुहार लगाई है। संक्रमण के कारण इस परिवार के बेटे का फेफड़ा पूरी तरह से खराब हो चुका है। बेटा लॉ का स्टूडेंट (Law student) है। लंग्स ट्रांसप्लांट होना है, जिस पर दो करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
कोरोना जैसी महामारी के बीच बॉलीवुड एक्टर एक फरिश्ता की तरह उभरे हैं। अब तक वह हजारों लोगों की मदद कर चुके हैं। वहीं इस महामारी की दूसरी लहर के बीच भी वह कोरोना मरीजों को जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं।
इसी बीच इंदौर के एक परिवार ने उनसे अपने बेटे (सार्थक गुप्ता ) के इलाज के लिए मदद की गुहार लगाई है। संक्रमण के कारण इस परिवार के बेटे का फेफड़ा पूरी तरह से खराब हो चुका है। बेटा लॉ का स्टूडेंट (Law student) है। लंग्स ट्रांसप्लांट होना है, जिस पर दो करोड़ रुपये का खर्च आएगा। पिता खुद वकील हैं। उन्होंने बेटे के इलाज के लिए जितना हो सका किया। अब सार्थक के लंग्स ट्रांसप्लांट के लिए इतनी भारी रकम जुटा पाना संभव नहीं है लिहाजा उन्होंने अपने शहर के लोगों से मदद की अपील की। साथ ही उन्होंने सोनू सूद से भी मदद की गुहार लगाई।
बेटे के लिए सोनू सूद फरिश्ता बन कर आगे आए
बता दें, लॉ के छात्र को इलाज के लिए हैदराबाद ले जाने का बीड़ा सोनू सूद ने उठाया है। इंदौर में रहने वाला सार्थक गुप्ता लॉ का स्टूडेंट है। उसकी उम्र अभी महज 25 साल है। कोरोना से संक्रमित होने के बाद उनके लंग्स खराब हो गये हैं। सार्थक इस समय मोहक अस्पताल में भर्ती है और जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है।
सात दिन से वेंटिलेटर पर है सार्थक
सार्थक की हालत बहुत अच्छी नहीं है। सीआरपी लेवल बढ़ा हुआ है और ऑक्सीजन लेवल तेजी के साथ कम हो रहा है। शहर के दूसरे अस्पतालों में भी उसका इलाज हो चुका है, लेकिन सार्थक की हालत इतनी गंभीर है कि उसे 7 दिन से वेंटिलेटर पर रखा गया है।
सार्थक के मामा के मुताबिक उनका इलाज हैदराबाद के डॉक्टर के सुब्बा रेड्डी (अपोलो अस्पताल) करेंगे। सोनू सूद इलाज कराने में मदद करेंगे। कोलकाता से एयर एम्बुलेंस आना है जो उसे एयर लिफ्ट करके ले जाएगी, लेकिन बारिश के कारण वो आ नहीं पा रही है. साथ ही में डॉक्टरों की टीम भी आएगी जो जरूरत पड़ने पर यहीं इकमो कर सकती है।