Sonchiriya Film Dialogues: ये हैं सोनचिड़िया फिल्म के पांच दमदार डायलॉग्स
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 1, 2019 05:41 PM2019-03-01T17:41:42+5:302019-03-01T17:41:42+5:30
Sonchiriya Film Dialogues:फिल्म में डाकू मान सिंह जब पुलिस की गोली से घायल हो जाता है तो उसका साथ उससे उसका हाल पूछता है। इस पर मान सिंह कहता है, ''सरकारी गोली से कोई मरता है, इनके तो वादों से मरता है, बहनों-भाइयोन..।''
Sonchiriya Film Dialogues: चंबल और बीहड़ के डाकुओं की कहानी पर बनी एक और फिल्म सोनचिड़िया शुक्रवार (1 मार्च) को सिनेमाघरों में आ गई। फिल्म की स्टारकास्ट में शामिल दिग्गज कलाकारों को देखते हुए यह जिज्ञासा उठना लाजमी है कि इसके संवाद दमदार होंगे। मनोज वाजपेई तो अपनी डायलॉग डिलिवरी के लिए खासे जाने जाते हैं। वहीं, सुशांत सिंह राजपूत डाकू के किरदार में कैसे लगते हैं और फिल्म के बाकी कलाकार जैसे कि भूमि पेडनेकर, रणवीर शौरी और आशुतोष राणा की अदाकारी ने फिल्म में कितनी जान फूंकी यह भी बात भी दर्शकों को उत्सुक करती हैं। तो आइये आपको फिल्म के पांच दमदार संवादों से रूबरू कराते हैं जो हो सकता है कि आपको सिनेमाघर खींच ले जाएं।
फिल्म में डाकू मान सिंह जब पुलिस की गोली से घायल हो जाता है तो उसका साथ उससे उसका हाल पूछता है। इस पर मान सिंह कहता है, ''सरकारी गोली से कोई मरता है, इनके तो वादों से मरता है, बहनों-भाइयोन..।''
एक जगह लखना के किरदार में सुशांत बेहद जज्बाती डायलॉग बोलते हैं, ''गैंग से तो भाग लूंगा वकील, अपने आप से कैसे भागूंगा।''
फिल्म यह डायलॉग भी ध्यान खींचता है, ''सबसे बड़ी वर्दी होती है ये चमड़ी, तेरी मेरी ठाकुरों की चमड़ी है, कोई कितने भी स्टार लगा ले, इस चमड़ी पर स्टार नहीं लगता है, जैसे आये वैसे गए।''
दरोगा बने आशुतोष राणा एक जगह डाकुओं से कहते हैं, ''सरेंडर करोगे तो जान भी बचेगी और सरकारी कारतूस भी, देश भी आगे बढ़ेगा..।''
एक डायलॉग दो जगह आकर पारिस्थितिकी तंत्र का ज्ञान देता है, ''सांप खाएगा चूहे को, सांप को खाएगा गिद्ध, यही नियम है दुनिया का, कह गये साधु सिद्ध।''