शाहरुख खान के खाते से चोरी हो गए 75 लाख, तीन आरोपी गिरफ्तार
By एस पी सिन्हा | Published: September 7, 2018 05:04 PM2018-09-07T17:04:43+5:302018-09-07T17:06:35+5:30
फिल्मस्टार शाहरूख खान को भी साइबर ठगी का शिकार बनाकर उनके बैंक खाते से 75 लाख रुपये की निकासी कर लेने वाले साइबर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पटना, 7 सितंबर: फिल्मस्टार शाहरूख खान को भी साइबर ठगी का शिकार बनाकर उनके बैंक खाते से 75 लाख रुपये की निकासी कर लेने वाले साइबर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बिहार के औरंगाबाद जिला पुलिस ने झारखंड के गिरिडीह जिले के अहिल्यापुर थाना क्षेत्र में छापेमारी कर तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इन तीनों ने वर्ष 2013 में फिल्म अभिनेता शाहरुख खान को भी ठगी का शिकार बनाया था और उनके बैंक खाते से 75 लाख रुपये की निकासी कर ली थी़। गिरोह के सभी सदस्यों को गिरिडीह पुलिस ने जेल भेज दिया है। गिरोह ने शाहरूख खान के खाते से रूपये उड़ाए थे। जिसकी शिकायत लेकर वे हैलीकॉप्टर से गिरिडीह पहुंचे थे। हालांकि इसमें किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। छापेमारी में शामिल औरंगाबाद का एसआई राजेश कुमार ने बताया कि यह शातिर गिरोह है जिसने शाहरूख खान से लेकर हरियाणा के डीजीपी की पत्नी के खाते से पैसे उडाए हैं। फोन पर झांसा देकर खाते की जानकारी ली गई और पलक झपकते रुपए ट्रांसफर हो गए।
बताया जाता है कि औरंगाबाद में एक व्यक्ति को फोन आया और उसका बैंक खाता बंद होने की जानकारी दी गई। उससे पिन नंबर आदि पूछे गए लेकिन उसने साइबर अपराधियों को जानकारी देने की जगह बातों में उलझाया और इसकी जानकारी पुलिस को दे दी जिस पर एसपी ने जांच करने का निर्देश दिया। इस मामले में नगर थाना के एसआई राजेश कुमार और विजय कुमार की टीम बनाई गई जिसने जांच शुरू की। जांच में पता चला कि जिस नंबर से फोन आया था, वह भागलपुर की संध्या देवी के नाम से है।
जबकि मोबाइल नंबर का उपयोग गिरिडीह जिला में हो रहा था। पुलिस की यह विशेष टीम झारखंड के गिरिडीह जिला पहुंची तो जांच में तीन लोगों के बारे में पता चला। पुलिस ने गिरिडीह जिला के अहिल्यापुर थाना के चामलिटी गांव निवासी अजय कुमार मंडल, बजरंगी कुमार मंडल और छोटी मंडल को गिरफ्तार कर लिया और सात मोबाइल फोन भी बरामद किए। पूछताछ में तीनों ने विभिन्न कांडों में संलिप्तता स्वीकार की है।
औरंगाबाद के एसपी डॉ। सत्य प्रकाश ने बताया कि औरंगाबाद में लोगों के खाते से पैसा उडाने के कई मामले दर्ज हैं, जिनकी पड़ताल की जा रही है। उक्त अपराधियों को रिमांड पर लेने का निर्देश दिया गया है। बताया जाता है कि ग्राहकों को लाखों रुपए का चूना लगाने वाला गिरोह फेक आईडी के सहारे पूरा धंधा करता है। एसआई राजेश कुमार ने बताया कि गिरोह के लोग कोलकात्ता आदि जगहों से फेक आईडी के आधार पर सिम लेते हैं। इसके अलावा जिस आईडी का इस्तेमाल होता है, वह भी जाली होता है। इसके लिए एक दूसरा गिरोह सक्रिय होता है जो यह उपलब्ध कराता है। साइबर गिरोह के लोग स्मार्ट फोन और मनी एप के सहारे लोगों को चूना लगा रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरोह के पास से सात फोन बरामद हुए थे, जिसमें तीन स्मार्ट फोन और चार छोटे फोन शामिल हैं। स्मार्ट फोन में मनी एप इंस्टॉल रहते हैं। जबकि छोटे फोन से ग्राहकों को कॉल की जाती है। एसआई ने बताया कि इसमें पेटीएम, ओला मनी आदि इंस्टॉल थे जिसमें पहले राशि को लिया जाता है। इसके बाद राशि को बैंक खातों में लिया जाता है। बैंक खाता भी जाली कागजातों पर ही खोला जाता है।
जिसमें राशि डालने के बाद तत्काल उसे निकाल लिया जाता है। इसके कारण ठगों की पहचान नहीं हो पाती है। जांच में पुलिस को पता चला है एक फोन नंबर से एक दिन में 250 फोन कॉल तक किए गए थे। एसआई ने बताया कि जांच में झारखंड के पाकुड की एक महिला शिक्षिका का नंबर मिला जिसके खाते से 32800 रुपए गायब हुए थे। उसने बताया कि उसे फोन कर जानकारी ली गई और कुछ ही मिनटों में उसके खाते से पैसे उडा लिए गए। एसआई ने बताया कि ये लोग फोन लगा कर ग्राहकों को भरोसे में लेते हैं।
कम जानकार लोग झांसे में आ जाते हैं और पूरी राशि मनी एप में डाल कर दूसरे खाते में ले ली जाती है। यह गिरोह ठगी के रुपयों से ऐश की जिंदगी जी रहा है। जांच में पाया गया कि इनके घरों में महंगे फर्नीचर, ऐशो आराम के सारे सामान थे। एसपी ने बताया कि सभी तीनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।