माथे पर तिलक, आंखों में आंसू और हाथ में पोटली; जेल से रिहा होने के बाद कुछ इस हालत में नजर आए राज कुंद्रा
By अनिल शर्मा | Published: September 21, 2021 03:25 PM2021-09-21T15:25:17+5:302021-09-21T16:19:35+5:30
जैसे ही कुंद्रा बाहर निकले मीडियावालों ने उन्हें घेर लिया। इस दौरान उनके साथ एक पुलिस कॉन्स्टेबल मौजूद था जो उनको सुरक्षा प्रदान कर रहा था।राज जब बाहर निकले तो माथे पर तिलक के साथ निकले। और साथ में एक छोटी सी पोटली। उनकी आंखों में आंसू थे।
मुंबईः अश्लील वीडियो के निर्माण और प्रसारण के आरोप में गिरफ्तार शिल्पा शेट्टी के पति व व्यवसायी राज कुंद्रा मंगलवार सुबह आर्थर रोड जेल से रिहा हो गए। राज कुंद्रा को 19 जुलाई को उनकी फर्म के आईटी प्रमुख रयान थोर्प के साथ गिरफ्तार किया गया था। तभी से वह जेल में बंद थे। मंगलवार जब वह जेल से रिहा हुए तो बाहर मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ था।
जैसे ही कुंद्रा बाहर निकले मीडियावालों ने उन्हें घेर लिया। इस दौरान उनके साथ एक पुलिस कॉन्स्टेबल मौजूद था जो उनको सुरक्षा प्रदान कर रहा था।राज जब बाहर निकले तो माथे पर तिलक के साथ निकले। और साथ में एक छोटी सी पोटली। उनकी आंखों में आंसू थे। वे काफी कमजोर से दिख रहे थे। गौरतलब है कि राज कुंद्रा 2 महीने के बाद जेल से रिहा हुए हैं।
मीडिया ने उनको घेरकर बहुत कुछ जानना चाहा, लेकिन राज कुंद्रा की सिर्फ आंखें बोल रही थीं। जुबान एकदम खामोश थे। उन्होंने मीडिया के एक भी सवालों का जवाब नहीं दिया। सिर्फ भरभराई आंखों से दो महीने बाद बाहर की दुनिया को निहार रहे थे।
जमानत की कई याचिकाएं खारिज होने के बाद सोमवार को मजिस्ट्रेट अदालत ने कुंद्रा को 50,000 रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी। कुंद्रा की पहले की जमानत याचिका खारिज कर दी गई थी, जिसके बाद उन्हें सत्र अदालत का रुख करना पड़ा था। हालांकि, 15 सितंबर को चार्जशीट दाखिल होने के बाद उन्होंने अपनी याचिका वापस ले ली। शनिवार को मजिस्ट्रेट की अदालत में एक नई याचिका दायर की गई। अपनी जमानत याचिका में, कुंद्रा ने दावा किया कि "प्रेरित" जांच से स्पष्ट रूप से पता चलता है कि वह दूर-दूर से भी किसी अपराध में शामिल नहीं था।
पुलिस चार्जशीट में कहा गया कि कुंद्रा ने अश्लील सामग्री बांटने के इरादे से एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म हॉटशॉट्स की स्थापना की थी। एक फोरेंसिक ऑडिट से हॉटशॉट्स से उत्पन्न राजस्व की लॉन्ड्रिंग का भी पता चलता है। इसी फरवरी में, अपराध शाखा के संपत्ति प्रकोष्ठ ने मड द्वीप में एक बंगले पर छापा मारा था और एक अश्लील वीडियो फिल्म बनाने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया था जिसमें से एक महिला को बचाया था। इसके कारण राज कुंद्रा और अन्य की गिरफ्तारी हुई।
कुंद्रा की जमानत याचिका में कहा गया है कि फरवरी 2019 के आसपास, ओटीटी प्लेटफार्मों की लोकप्रियता और व्यापार के दायरे को देखते हुए, सौरभ कुशवा ने उन्हें अपने उद्यम, आर्म्सप्राइम मीडिया प्राइवेट लिमिटेड (एएमपीएल) में निवेश करने के लिए कहा था। कुंद्रा ने एक स्लीपिंग पार्टनर के रूप में प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। कुंद्रा ने कहा कि वह केवल दिसंबर 2019 तक एएमपीएल से जुड़े थे और उन्होंने कभी भी सामग्री निर्माण में सक्रिय भाग नहीं लिया। याचिका में कहा गया है कि एएमपीएल द्वारा बनाए गए हॉटशॉट्स ऐप का "अश्लील साहित्य या सामग्री से कोई लेना-देना नहीं है जो एक अपराध के दायरे में है"। याचिका में आगे लिखा है, अभियोजन पक्ष के पास अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं है जो हॉटशॉट्स को अपराध से जोड़ सके।