'दिल्ली 6' के फ्लॉप होने पर खुद को खत्म करना चाहते थे ओमप्रकाश मेहरा, मौत होने तक पीने लगे थे शराब
By अनिल शर्मा | Published: July 28, 2021 01:46 PM2021-07-28T13:46:39+5:302021-07-28T14:40:22+5:30
अपनी आत्मकथा 'द स्ट्रेंजर इन द मिरर' में, मेहरा ने खुलासा किया है कि दिल्ली-6 की असफलता के बाद वह अंधेरे में चले गए थे। ओमप्रकाश मेहरा ने कहा कि बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की असफलता ने उन्हें तबाह कर दिया।
बॉलीवुड निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं। रंग दे बसंती उनकी सबसे चर्चित और सर्वश्रेष्ठ फिल्मों से एक मानी जाती है। लेकिन उनके नाम से जुड़ी एक फिल्म ऐसी भी रही जिसकी असफलता ने उन्हें शराब के नशे में डुबो दिया था। वो भी इस कदर की वे खुद का समाप्त कर लेना चाहते थे।
अपनी आत्मकथा 'द स्ट्रेंजर इन द मिरर' में, मेहरा ने खुलासा किया है कि दिल्ली-6 की असफलता के बाद वह अंधेरे में चले गए थे। ओमप्रकाश मेहरा ने कहा कि बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की असफलता ने उन्हें तबाह कर दिया। बकौल राकेश ओमप्रकाश मेहरा- "मैं एक गहरे अंधेरे में धंसता ही जा रहा था। असफलता सहन नहीं कर पा रहा था। मैंने खुद को शराब में डुबो दिया। मैं खुद की मौत तक पीना चाहता था।"
मैं मेरी पत्नी और हमारी बेटी को दर्द दे रहा था
मेहरा ने आगे लिखा है कि मैं मेरी पत्नी और हमारी बेटी को दर्द दे रहा था। हमारे बीच चीजें खराब हो रही थीं। मैं उन लोगों के प्रति लापरवाह और असंवेदनशील रहा जिन्हें मैं सबसे ज्यादा प्यार करता था। किताब में वह वे आगे लिखते हैं, 'फिल्म शुक्रवार, 20 फरवरी 2009 को रिलीज हुई थी। शुरुआत में बहुत अच्छा रेस्पॉन्स था। रविवार तक इसने 40 करोड़ रुपये का बिजनस भी कर लिया था। लेकिन सोमवार के अचानक सिनेमाघरों से दर्शक गायब हो गए। फिल्म फ्लॉप हो गई।
'दिल्ली 6' ने जीते दो नैशनल अवॉर्ड
राकेश बताते हैं कि वेनिस फिल्म फेस्टिवल में 'दिल्ली 6' की खूब तारीफ हुई थी। यह दिलचस्प है कि बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप होने के बावजूद 'दिल्ली 6' को दो नैशनल फिल्म अवॉर्ड्स मिले थे। एक प्रोडक्शन डिजाइन के लिए और दूसरा 'बेस्ट फीचर फिल्म ऑन नैशनल इंटीग्रेशन' के लिए नरगिस दत्त अवॉर्ड।