जावेद अख्तर ने कहा- 'लाउडस्पीकर पर नहीं होनी चाहिए अजान', लोगों ने करना चाहा ट्रोल तो दिया यह जवाब
By अमित कुमार | Published: May 10, 2020 11:05 AM2020-05-10T11:05:21+5:302020-05-10T11:05:21+5:30
लाउडस्पीकर पर अजान नहीं होने को लेकर अब जावेद अख्तर ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है। लोग जावेद अख्तर के इस ट्वीट पर लगातार कमेंट्स कर रहे हैं।
बॉलीवुड के मशहूर गीतकार और प्रख्यात शायर जावेद अख्तर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। जावेद हर एक सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखते हैं। जिस कारण से वह फैंस के बीच छाए रहते हैं। अब जावेद ने हाल ही में एक ट्वीट किया है, जिसके बाद वह सुर्खियों में आ गए हैं। जावेद कई बार अपने विचारों के कारण भी सुर्खियों में आ जाते हैं।
जावेद अख्तर ने लाउडस्पीकर पर अजान दिए जाने का मामला पर अपनी बात रखकर एक नई बहस को जन्म दे दिया है। जावेद अख्तर के मुताबिक लाउडस्पीकर पर अजान से लोगों को परेशानी होती है इसलिए ऐसा नहीं करना चाहिए। जावेद अख्तर ने एक ट्वीट में लिखा, ‘भारत में 50 साल तक लाउडस्पीकर पर अजान देना हराम रहा, लेकिन अब जब हलाल हुई है तो खत्म ही नहीं हो रही।'
उन्होंने आगे लिखा, 'लोगों की परेशानियों को समझते हुए यह प्रथा बंद होनी चाहिए। उनके इस बयान के बाद लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। एक यूजर ने लिखा कि, 'हमारे यहां रोज मंदिर में लाउडस्पीकर पर भजन बजते हैं इस पर आपकी क्या राय है?' इस पर जावेद अख्तर ने जवाब दिया, 'वो मंदिर हो या मस्जिद, कभी किसी त्योहार पर लाउडस्पीकर हो, तो चलो ठीक है। मगर रोज रोज तो न मंदिर में होना चाहिए न मस्जिद में।
In India for almost 50 yrs Azaan on the loud speak was HARAAM Then it became HaLAAL n so halaal that there is no end to it but there should be an end to it Azaan is fine but loud speaker does cause of discomfort for others I hope that atleast this time they will do it themselves
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) May 9, 2020
एक यूजर ने लिखा, 'हमें ना भजन ना ही अजान से दिक्कत है जो भी करें बिना लाउडस्पीकर के करें बस इतना चाहते हैं चाहे मंदिर हो या मस्जिद । जावेद अख्तर के इस ट्वीट पर लोग लगातार अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
हमारे यहाँ रोज मंदिर में लाउडिस्पीकर पर भजन बजते हैं इस पर आप कि क्या राय है
— Md. Inamul Huq Shah (@HuqSah) May 9, 2020