शाकाहारी बनने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करती हैं मानुषी छिल्लर, अर्थ डे पर किया जागरूक...
By दीप्ती कुमारी | Published: April 22, 2021 05:21 PM2021-04-22T17:21:35+5:302021-04-22T17:45:57+5:30
शाकाहारी मानुषी अपने घर के बगीचे में फल और सब्जियां उगाना चाहती हैं। 2017 मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर ने पेटा अभियान के तहत लोगों से अर्थ डे के दिन शाकहार अपनाने की अपील की।
मुंबई : बॉलीवुड में अपना डेब्यू करने जा रही मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर ने अर्थ डे ने अर्थ डे के दिन लोगों से शाकहारी बनने की अपील की है। उन्होंने कहा कि शाकहारी भोजन के इस्तेमाल से पृथ्वी और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। फिल्म ‘पृथ्वीराज’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने जा रही मानुषी को पीपुल्स फॉर द इथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनीमल्स (पेटा) इंडिया ने लोगों को रोकने के लिए प्रोत्साहित किया है। मानुषी के साथ मिलकर पेटा एक राष्ट्रीय अभियान चला रहा है, जिसके तहत शाकाहार का संदेश घर-घर पहुंचाने के लिए उनको फूल गोभी, शतावरी और टमाटरों से बना एक मुकुट पहने दिखाया गया है।
शाकहार भोजन आपके सम्रग जीवन को प्रभावित करता है
प्रियंका चोपड़ा के 17 सालों बाद 2017 में मिस वर्ल्ड का खिताब जीतने वाली मानुषी का कहना है, “शाकाहारी बने रहना मेरा निजी फैसला था, जो मैंने बरसों पहले किया था । मैं इस बात पर ध्यान केंद्रित करना चाहती थी कि यह मेरी समग्र फिटनेस को कैसे प्रभावित करता है । वह आगे कहती है कि “खान-पान व्यक्तिगत पसंद की चीज है और हमें वही खाना चाहिए जो हमें सबसे बेहतर लगता है लेकिन मैं और पेटा के मेरे साथी सबको इस बात के लिए उत्साहित और प्रेरित करते हैं कि कम से कम अर्थ डे के दिन मांसाहार से दूर रहने की कोशिश की जाए । अगर लोग हमेशा के लिए मांसाहार छोड़ सकें, तो यह बहुत अच्छी बात होगी ।“
पर्यावरण पर भी पड़ता है दुष्प्रभाव
यूनाइटेड नेशन के फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक पशु खेती– प्रजनन, पालन-पोषण और खाने के लिए पशुओं के खाने में इस्तेमाल करने से वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में लगभग 14.5% योगदान होता है। अनुमानों के अनुसार उत्सर्जन का यह प्रतिशत पूरी दुनिया में होने वाले परिवहन प्रणाली द्वारा होने वाले कुल ग्रान हाउस उत्सर्जन से कहीं अधिक है । मानुषी कार्तिक आर्यन, अनुष्का शर्मा और शाहिद कपूर जैसी हस्तियों के साथ पेटा के इस अभियान में शामिल हो गई हैं , जो मांसहार मुक्त भोजन को बढ़ावा देना चाहते है।