न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल के लिए चुनी गई 'काऊमेडी', गोरक्षक की कहानी पर आधारित है यह शॉर्ट फिल्म
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 25, 2020 01:29 PM2020-06-25T13:29:11+5:302020-06-25T13:29:11+5:30
‘काऊमेडी’ की तारीफ कई बड़े फिल्मकार कर चुके हैं। जानीमानी फिल्मकार दीपा मेहता ने इस फिल्म के बारे में कहा, “मुझे मां और राजनीति को लेकर इस फिल्म की व्यंग्यात्मक अवधारणा बहुत पसंद आई।
फिल्मकार गौरव आसरी की शॉर्ट फिल्म ‘काऊमेडी’ को अमेरिका के प्रतिष्ठित न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल के लिए चुना गया है। ‘काऊमेडी’ गौरव आसरी के निर्देशन में बनी दूसरी शॉर्ट फिल्म है और इस साल जुलाई में अमेरिका में होने वाले समारोह में दिखाई जाएगी। फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) पुणे से ग्रैजुएट गौरव आसरी आजकल एफटीआईआई में ही पढ़ा रहे हैं। अपनी फिल्म के बारे में वह बताते हैं कि यह देश मौजूदा राजनीतिक हालात पर एक कटाक्ष है।
यह फिल्म एक गोरक्षक की कहानी है जिसे गोकशी से बचाई गई एक गाय अपने घर में रखनी पड़ती है। गौरव आसरी कहते हैं, ’न्यू यॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म का चयन सम्मान की बात है। लेकिन उससे भी ज्यादा यह एक जिम्मेदारी की बात है कि हमारी फिल्मों के जरिए विदेशों में रहने वाले लोग भारत को देखते-समझते हैं तो हम उसका ईमानदार चित्रण करें।’
बड़े फिल्मकार कर चुके हैं फिल्म की तारीफ
‘काऊमेडी’ की तारीफ कई बड़े फिल्मकार कर चुके हैं। जानीमानी फिल्मकार दीपा मेहता ने इस फिल्म के बारे में कहा, “मुझे मां और राजनीति को लेकर इस फिल्म की व्यंग्यात्मक अवधारणा बहुत पसंद आई। यह बहुत मजाकिया फिल्म है और लेकिन चुपके-चुपके कुछ कहती है।”एक अन्य मशहूर फिल्मकार विशाल भारद्वाज ने इसे बहुत अच्छी भावनाओं से बनाई गई फिल्म बताया।
भारतीय फिल्मों का यह सबसे पुराना समारोह
न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल एक प्रतिष्ठित फिल्म समारोह है जिसका आयोजन इंडो-अमेरिकन आर्ट्स काउंसिल करती है। अमेरिका में भारतीय फिल्मों का यह सबसे पुराना समारोह है जहां पिछले साल शेखर कपूर से लेकर ऋतेश बत्रा जैसे नामी फिल्मकारों की फिल्में दिखाई गई थीं। गौरव आसरी कैथल के रहने वाले हैं। उन्होंने आईआईएमसी, दिल्ली से पत्रकारिता की पढ़ाई की है और लंबे समय तक एफएम रेडियो पर आरजे भी रहे हैं।
शॉर्ट फिल्म ‘बंजर’ ने बटोरी थी सुर्खियां
एफटीआईआई से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने फिल्म लेखन और निर्देशन शुरू किया। उनकी शॉर्ट फिल्म ‘बंजर’ को 2018 में कई फिल्म समारोहों में दिखाया गया। इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट डायरेक्टर और बेस्ट स्टोरी समेत कई अवॉर्ड्स भी मिले थे। गौरव आसरी को कहानियां और नाटक लिखने में भी महारत हासिल है। उनके लिखे नाटक ‘सांप’ का कई जगह मंचन हो चुका है।