जय भीम विवादः वकील चंद्रू पर बड़ा आरोप, इंस्पेक्टर एंथनी सैमी को निर्दोष साबित करने के लिए 5 लाख रुपये का किया था सौदा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 24, 2021 06:05 PM2021-11-24T18:05:50+5:302021-11-24T18:12:23+5:30
चंद्रू पर आरोप है कि उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी के कुछ सदस्यों के साथ मिलकर एंथोनी सैमी से 5 लाख रुपये में सौदा करने की कोशिश की थी ताकि वह सैमी को मामले में निर्दोष साबित कर दें।
तमिल फिल्म 'जय भीम' रिलीज के वक्त से ही विवादों में हैं। फिल्म में एक हिंदी भाषी को थप्पड़ मारने के दृश्य से शुरू हुआ विवाद वन्नियार समुदाय को गलत रूप से चित्रित किए जाने तक जा पहुंचा, जिसके बाद फिल्म के निर्देशक टी जे ज्ञानवेल, अभिनेता सूर्या सहित ओटीटी प्लेटफॉर्म के खिलाफ मुकदमा दायर कर कार्रवाई की मांग की गई। इस बीच वकील चंद्रू पर एक बड़ा आरोप लगाया गया है जिसका फिल्म में किरदार सूर्या ने निभाया है।
चंद्रू पर आरोप है कि उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी के कुछ सदस्यों के साथ मिलकर एंथोनी सैमी से 5 लाख रुपये में सौदा करने की कोशिश की थी ताकि वह सैमी को मामले में निर्दोष साबित कर दें। एंथोनी सैमी वही सबइंस्पेक्टर है जिसने पीड़ित (राजकन्नू ) की हत्या की थी। फिल्म में सैमी का नाम बदलकर गुरु कर दिया गया है। जबकि अन्य सभी नाम वास्तविक रखे गए हैं। सैमी के भतीजे ने दावा किया है कि वकील चंद्रू ने सैमी को 5 लाख की डील ऑफर की थी। इस डील की ऑडियो क्लिप भी सामने आई है।
सैमी के भतीजे ने कहा है कि उनके चाचा एंथनी सैमी 2 लाख देने को ही राजी हुए इसलिए उन्होंने (चंद्रू) उसे पूरी तरह से मामले में फंसाने का फैसला किया। कथिर न्यूज पर प्रकाशित ऑडियो क्लिप में एंथनी सैमी के भतीजे को यह कहते हुए सुन सकते हैं, “फिल्म में जो दिखाया गया है और वास्तव में जो हुआ, उसमें बहुत अंतर है। चंद्रू और कम्युनिस्ट पार्टी के सभी सदस्यों ने 5 लाख रुपए का सौदा किया। लेकिन, मेरे चाचा उस समय केवल एक सब-इंस्पेक्टर थे और वह इसे वहन नहीं कर सकते थे। ऐसा कुछ भी फिल्म में नहीं दिखाया गया। उन्हें या तो वकील चंद्रू या कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों को खलनायक के रूप में चित्रित करना चाहिए था।
गौरतलब है कि फिल्म में दिखाया गया है कि वकील चंद्रू ने राजकन्नू के केस लड़ने के लिए एक पैसा भी नहीं लिया और केवल न्याय के लिए लड़ाई लड़ी।