'शायद फिर इस जनम में मुलाकात हो न...' बार-बार सुनते थे इरफान खान, खुद कैंसर को मात देने वाली एक्ट्रेस लीजा रे का खुलासा
By अमित कुमार | Published: April 29, 2020 09:06 PM2020-04-29T21:06:14+5:302020-04-29T21:06:14+5:30
लीजा रे ने इरफान के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि वह अपने कैंसर के इलाज के दौरान गीत बहुत ज्यादा सुनना पसंद करते थे।
टीवी होस्ट और एक्ट्रेस लीज़ा रे ने इरफान खान को लेकर एक खुलासा किया है। लीज़ा रे प्लाज्मा सेल्स कैंसर से गुज़र चुकी हैं। लीजा रे ने सोशल मीडिया पर इरफान खान को लेकर एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने बताया कि कैंसर के दौरान इरफान खान सबसे ज्यादा कौन सा गाना सुनना पसंद करते थे। लीज़ा रे के मुताबिक इरफान लता मंगेशकर की एक गीत को हमेशा सुनते रहते थे।
लीजा रे ने इरफान के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि वह अपने कैंसर के इलाज के दौरान गीत बहुत ज्यादा सुनना पसंद करते थे। यह गीत कोई और नहीं बल्कि ''लग जा गले कि फिर ये हसीं रात हो न हो, शायद फिर इस जनम में मुलाकात हो न हो'' था। लता मंगेशकर की आवाज में ये गाना आज भी कई लोगों को सुकून देता है। यह गीत साधना और मनोज कुमार पर फिल्माया गया था।
इरफान खान की मां सईदा बेगम का चार दिन पहले ही जयपुर में इंतकाल हुआ था। अभिनेता कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के कारण अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाये थे। इरफान खान ने केवल देश में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने अभिनय का लोहा मनवाया। खान को मलाशय संक्रमण के कारण मंगलवार को कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया था।
Very sad to hear of Irrfan Khan’s passing. An artist who set new standards in cinema in India and aboard. ‘Lag jaa gale ki phir yeh haseen raat ho na ho, shayad phir is janam mein, mulakat ho na ho’ is the song he listened to during his cancer treatment and a reminder for us all.
— Lisa Ray (@Lisaraniray) April 29, 2020
इरफान खान के निधन के संबंध में जारी एक बयान में कहा गया है, ‘‘ यह काफी दुखद है कि आज हमें उनके निधन की खबर बतानी पड़ रही है। इरफान एक मजबूत इंसान थे, जिन्होंने अंत तक लड़ाई लड़ी और अपने संपर्क में आने वाले हर शख्स को प्रेरित किया। 2018 में एक दुर्लभ किस्म का कैंसर होने के बाद उन्होंने उससे लड़ाई लड़ी और जीवन के हर मोर्चे पर उन्होंने संघर्ष किया।’’ बयान के अनुसार, ‘‘ अपने प्रियजनों, अपने परिवार के बीच उन्होंने अंतिम सांस ली और अपने पीछे एक महान विरासत छोड़ गए। हम दुआ करते हैं कि उन्हें शांति मिले। और हम उनके द्वारा कहे शब्दों को दोहराएंगे कि ‘‘ ये इतना जादुई था, जैसे कि मैं पहली बार जिंदगी का स्वाद चख रहा था।’’