भारतीय क्रिकेटर जिसने क्रिकेट छोड़ राजनीति में बनाया करियर, राज्यमंत्री के रूप में दे रहा सेवाएं। जन्मदिन पर विशेष
By वैशाली कुमारी | Published: November 14, 2021 04:38 PM2021-11-14T16:38:21+5:302021-11-14T16:44:27+5:30
मनोज ने 2007-08 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया, अपनी एकमात्र पारी में केवल 2 रन बनाए। 2011 में युवराज सिंह के फेफड़ों के संक्रमण के कारण श्रृंखला से बाहर होने के बाद मनोज को उस स्थान पर वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारत की टीम में शामिल किया गया था।
भारतीय क्रिकेट का एक गुमनाम सा चेहरा जिसने क्रिकेट के बाद अपने राजनीतिक करियर पर ध्यान दिया और आज पश्चिम बंगाल मंत्रालय में खेल और युवा मामलों के राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त है। इनका जन्म 14 नवंबर 1985 को पश्चिम बंगाल के हावड़ा शहर में हुआ था, और आज अपना 36वां जन्मदिन मना रहे है। यह दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और वह एक बढ़िया लेग स्पिन गेंदबाज भी है।
हम बात कर रहे हैं मनोज कुमार तिवारी की। मनोज ने 2007-08 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया, अपनी एकमात्र पारी में केवल 2 रन बनाए। 2011 में युवराज सिंह के फेफड़ों के संक्रमण के कारण श्रृंखला से बाहर होने के बाद मनोज को उस स्थान पर वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारत की टीम में शामिल किया गया था। मनोज ने श्रृंखला में चौथा और पांचवां एकदिवसीय मैच खेला था।
मनोज ने घरेलू क्रिकेट में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया और इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, किंग्स इलेवन पंजाब और राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के लिए खेल चुके है। इन्होंने भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय और 20-20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले।
मनोज वर्ष 2021 में अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस राजनीतिक दल में शामिल हुए और बाद में पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए चुने गए। मनोज फरवरी 2021 में ममता बनर्जी की अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। इन्हें शिबपुर में 2021 पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव के लिए एक उम्मीदवार के रूप में चुना गया था। मनोज सीट जीतकर पश्चिम बंगाल की विधान सभा के सदस्य है। वर्तमान में मनोज पश्चिम बंगाल मंत्रालय में खेल और युवा मामलों के राज्य मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।