आईफा को लेकर मध्य सरकार का बड़ा फैसला, अब कोरोना पीड़ितों पर खर्च होगा अवॉर्ड का बजट
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: April 11, 2020 03:41 PM2020-04-11T15:41:20+5:302020-04-11T15:41:20+5:30
IIFA 2020 मध्यप्रदेश सरकार ने आईफा अवॉर्ड के लिए अलॉट किए गए 700 करोड़ रुपये फिर से सीएम फंड में जमा कर लिए हैं।
कोरोना वायरस के कहर से देश इस वक्त जूझ रहा है। ऐसे में सभी राज्य सरकारें अतिरिक्त फंड के जरिए इस पर रोक लगाने की कोशिश कर रही हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश सरकार ने आईफा को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। मध्य प्रदेश सरकार ने भी प्रदेश में होने वाले आईफा इवेंट को अलॉर्ट किए गए पैसे फिर से सीएम फंड में ट्रांससफर कर लिए हैं।
खबर के अनुसार इस फंड को अब कोरोना वायरस की रोकथाम में काम में लिया जाएगा। पहले मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने आइफा के लिए इसका अलॉटमेंट किया था। अब शिवराज सिंह चौहान ने इसको कैंसिल कर दिया है।
अब शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने इसे फिर से सीएम फंड में ट्रांसफर करने का फैसला किया है। शिवराज सिंह ने ट्वीट करके लिखा है कि मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने कहा कि प्रदेश में आइफा का आयोजन होने वाला था। वर्तमान में #COVID19 संकट के चलते यदि आइफा पर व्यय होने वाली राशि कोरोना सहायता के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में दी जाती है, तो उससे बड़ी संख्या में जनता को सहायता दी जा सकती है।
प्रदेश के 15 जिलों के 46 क्षेत्रों को हॉट-स्पॉट घोषित किया गया है।
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) April 9, 2020
जबलपुर के 8, ग्वालियर के 6, खरगोन के 5, मुरैना का 1, शिवपुरी का 1, बड़वानी के 5, बैतूल का 1, विदिशा के 2, श्योपुर का 1, छिंदवाड़ा के 5, रायसेन का 1, होशंगाबाद के 3, खंडवा के 2, धार का 1 तथा देवास के 4 क्षेत्र।
शिवराज सिंह ने आईफा अवॉर्ड के मेगाईवेंट का शिवराज सिंह ने पहले ही विरोध किया था। शिवराज ने कहा था किमध्यप्रदेश में तबाही मची है, प्रशासनिक अराजकता है। जनकल्याण और विकास के लिए पैसा नहीं है, लेकिन आईफा आईफा करने में सरकार लगी हुई है। ऐसी तबाह करने वाली सरकार की किसी ने कल्पना नहीं की थी। बस योजनाएं बंद करने का काम सरकार कर रही है। जनता भी तबाह और प्रदेश भी तबाह!