गदर के 20 सालः 500 लड़कियों में से चुनी गई थीं अमीषा पटेल, सेट पर भीड़ देख हो जाता था बुरा हाल
By अनिल शर्मा | Published: June 15, 2021 01:53 PM2021-06-15T13:53:23+5:302021-06-15T13:59:19+5:30
फिल्म के लिए ऑडिशन चालू हुआ। तब अनिल शर्मा ने गदर के लिए करीब 500 लड़कियों का ऑडिशन लिया। जिनमें से सिर्फ 6 लड़कियों को चुना गया। उनमें एक अमीषा पटेल भी थीं।
साल 2001 में रिलीज हुई ‘गदरः एक प्रेमकथा’को आज पूरे 20 साल हो गए हैं। यह 15 जून 2001 को रिलीज हुई थी। फिल्म जब बन रही थी, उस वक्त अमीषा पटेल नई-नई थीं। उनके पास सिर्फ एक ही फिल्म का अनुभव था। हालांकि 2000 में ऋतिक रोशन के साथ ‘कहो ना प्यार है’ फिल्म से डेब्यू करने के बाद अमीषा पटेल कुछ साउथ की फिल्में कर चुकी थीं। गदर फिल्म के निर्देशक अनिल शर्मा को फिल्म के लिए एक नए चेहरे की तलाश थी।
500 लड़कियाों का हुआ था ऑडिशन
फिल्म के लिए ऑडिशन चालू हुआ। तब अनिल शर्मा ने गदर के लिए करीब 500 लड़कियों का ऑडिशन लिया। जिनमें से सिर्फ 6 लड़कियों को चुना गया। उनमें एक अमीषा पटेल भी थीं। फिल्म में सकीना के किरदार के लिए अमीषा पटेल के नाम को फाइनल कर लिया गया। क्योंकि अमीषा इस किरदार के लिए एकमद रॉ थीं। वह तब अमेरिका से लौटी थीं। उनका बॉडी लैंग्वेज किरदार के हिसाब से बिल्कुल भी फिट नहीं था लेकिन उनका चेहरा काफी सटीक था।
6 महीने तक रोजाना 6 घंटे किया प्रैक्टिस
न्यू कमर अमीषा को किरदार में घूसना काफी मुश्किलभरा लगता। लिहाजा इसके लिए वह अनिल शर्मा के घर करीब 6 महीने तक रोजाना 6 घंटे अपने डायलॉग की प्रैक्टिस करती थीं। स्क्रिप्ट में लिखे एक-एक डायलॉग बोलकर वह अपने किरदार में ढलने की कोशिश करतीं।
भीड़ देख भूल जाती थीं डायलॉग
जब सबकुछ फाइनल हो गया तो फिल्म की शूटिंग शुरू की गई। लेकिन अमीषा पटेल के सामने डायलॉग बोलने की दिक्कत आने लगी। वह भीड़ देख अपना डायलॉग ही भूल जाया करती थीं। वह भीड़ को देख काफी घबरा जाती थीं। क्योंकि सेट पर सनी देओल को देखने के लिए काफी भीड़ इकट्ठा हो जाती थी।