दीपिका पादुकोण की सगाई की अंगूठी से लेकर शादी की चुनरी तक सब कुछ था बिल्कुल हटकर, जानें क्या है खासियत
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: November 16, 2018 09:15 AM2018-11-16T09:15:43+5:302018-11-16T09:15:43+5:30
रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की शादी सोशल मीडिया से लेकर फैंस के दिलों तक आजकल छाई हुई है।
रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की शादी सोशल मीडिया से लेकर फैंस के दिलों तक आजकल छाई हुई है। इस खूबसूरत कपल ने इटली के लेक कोमो में 14-15 नवंबर को सिंधी और कोंकणी रिवाज से शादी कर ली है। अब फैंस दोनों को अपने-अपने अंदाज में बधाईं भी दे रहे हैं। दोनों की शादी के बाद से ही फैंस इस कपल को शादी के जोड़े में देखने को बेकरार थे जो इंतजार गुरुवार रात खत्म भी हो गया। इन दोनों की शादी की फोटो सामने आने के बाद से दीपिका की उनकी एंगेजमेंट रिंग और चुनरी चर्चा का बनी है।
दीपिका की वेडिंग रिंग व चुनरी
इटली में शादी से पहले दीपिका-रणवीर ने कोंकणी रिवाज से सगाई की थी। वहीं, सिंधी ब्राइडल लुक में उनकी एंगेजमेंट रिंग की साफ झलक देखने को मिलती है, जबकि दीपिका की डायमंड रिंग स्कवेयर शेप में है।आमतौर पर राउंड शेप डायमंड रिंग देखी जाती है। ये सिंगल सोलिटेयर स्कवेयर डायमंड रिंग है। सिंधी रस्म के दौरान हुए आनंद कारज में लाल चुनरी की रस्म भी अहम मानी जाती है। ऐसे में दीपिका चुनरी काफी स्पेशल है। चुनरी में संस्कृत में मंत्र लिखे हैं। बॉर्डर के पास ''सदा सौभाग्यवती भव:'' लिखा है। अब तक की ये सबसे स्पेशल चुनरी मानी जा रही है। वहीं, सिंधी वेडिंग के दौरान दीपिका ने लाल रंग का पारंपरिक लहंगा पहना है। माथे पर बिंदी, हाथों में मेहंदी लगाए दीपिका के हाथों में कलीरें बेहद खूबसूरत नजर आ आईं।
फैंस के लिए फोटो की शेयर
दीपिका पादुकोण और अभिनेता रणवीर सिंह ने बुधवार को शादी कर ली थी। जिसके बाद से ही उनके फैंस लगातार उनकी फोटों का इंतजार कर रहे थे, जोकि गुरुवार रात खत्म हो गया। दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह ने अपने इंटाग्राम पर अपनी शादी की फोटो शेयर करवाई है, जिसमें दोनों बेहद खूबसूरत नजर आ रहे हैं। फोटो में दीपिका और रणवीर किसी पर ठहाके लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
बता दें, दोनों ने बुधवार (14 नवंबर) को इटली के विला देल बालबीएनलो (Villa del Balbianello) में शादी रचा ली थी और दोनों एक-दूसरे के हो गए थे। दीपिका और रणवीर ने 13 नवंबर को सगाई की थी और सगाई सेरेमनी पारंपरिक कोंकणी रीति रिवाज के साथ हुई थी।