दादासाहब फाल्के की 148वीं जयंती पर गूगल ने डूडल बनाकर किया याद, यहाँ देखिए भारत की पहली फिल्म
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: April 30, 2018 08:14 AM2018-04-30T08:14:18+5:302018-04-30T08:31:05+5:30
दादासाहब फाल्के का जन्म 30 अप्रैल 1870 को नासिक के करीब एक गाँव में हुआ था। उन्होंने 1913 में राजा हरिश्चंद्र नामक फिल्म बनायी थी जिसे भारत की पहली फुल फीचर लेन्थ फिल्म माना जाता है।
भारतीय सिनेमा के पितामह माने जाने वाले धुंडीराज गोविंद फाल्के की 148वीं जयंती पर गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। दादा साहब फाल्के ने 1913 में राजा हरिश्चंद्र नामक फिल्म बनायी थी जिसे भारत की पहली फुल फीचर लेन्थ फिल्म माना जाता है। दादासाहब फाल्के का जन्म नासिक के करीब त्रयंबकश्वेर में 30 अप्रैल 1870 को हुआ था। उन्होंने मुंबई (तब बॉम्बे) के मशहूर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट से कला की शिक्षा ली थी। अपनी फिल्म बनाने से पहले उन्होंने फिल्मों में पेंटर, ड्राफ्टरमैन, सेट डिजाइनर और लिथोग्राफर के रूप में काम किया था।
16 फ़रवरी 1944 को उनका निधन हुआ। भारत सरकार ने 1969 में फाल्के के सम्मान में सिनेमा में उल्लेखनीय योगदान के लिए दादासाहब फाल्के पुरस्कार की स्थापना की। इसे सिनेमा से जुड़ा देश का सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है।
दादासाहब मशहूर चित्रकार राजा रवि वर्मा से अत्यधिक प्रभावित थे। उन्होंने उनके सहायक के रूप में काम किया था। दादासाहब एलिस गाई की फिल्म द लाइफ ऑफ जीसस क्राइस्ट से अत्यधिक प्रभावित थे। दादसाहब ने इस फिल्म को देखने के बाद फिल्म निर्माण का काम सीखने की ठानी। उन्होंने लंदन जाकर सेसिल हेपवर्थ से फिल्मकला की बारीकियाँ सीखीं और हरिश्चंद्र बनायी।
आप नीचे दादासाहब फाल्के की फिल्म राजा हरिश्चंद्र देख सकते हैं-
दादासाबह की जयंती पर बनाया गया डूडल आर्टिस्ट अलीशा नांध्रा ने बनाया है। डूडल में युवा फाल्के फिल्म को रील के साथ दिखाया गया है।
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