नागरिकता कानूनः फिल्ममेकर अपर्णा सेन ने विरोधकर्ताओं से की अपील, कहा- सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर विरोध न करें
By भाषा | Published: December 15, 2019 03:22 AM2019-12-15T03:22:30+5:302019-12-15T03:22:30+5:30
सेन ने कहा, ‘‘हमें केंद्र के कुछ फैसलों के खिलाफ अपनी शिकायत प्रकट करने के लिए अपनी संपत्तियां नहीं जलानी चाहिए। प्रदर्शन करने की जरूरत तो है , लेकिन इस तरह नहीं।’’
पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के बीच मशहूर फिल्मकार अपर्णा सेन और अन्य बंगाली बुद्धिजीवियों ने शनिवार को कहा कि सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाना विरोध दर्ज कराने का सही तरीका नहीं है।
सेन ने कहा कि कई बार जब लोग भावना में बह जाते हैं तो आंदोलन अतिवादी रूप ले लेता है, लेकिन यह विरोध करने का सही तरीका नहीं है। पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। लोग रेलवे स्टेशनों पर रेलवे की संपत्तियां और राजमार्गों पर बसों को जला रहे हैं।
सेन ने कहा, ‘‘हमें केंद्र के कुछ फैसलों के खिलाफ अपनी शिकायत प्रकट करने के लिए अपनी संपत्तियां नहीं जलानी चाहिए। प्रदर्शन करने की जरूरत तो है , लेकिन इस तरह नहीं।’’
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के करीबी समझे जाने वाले बुद्धिजीवियों के एक समूह ने प्रदर्शनकारियों से राष्ट्रीय नागरिक पंजी और नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए हिंसा नहीं करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील की।
चित्रकार सुभाप्रसन्ना, कवि जॉय गोस्वामी और सुबोध सरकार, भारतविद नृसिंह प्रसाद भादुरी ने यहां एक मीडिया सम्मेलन में सभी से एनआरसी और नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करने की अपील की लेकिन लोकतांत्रिक तरीके से।
गोस्वामी ने कहा, ‘‘ कृपया, उन लोगों का हाथ मजबूत मत कीजिए जो समाज में विभाजन पैदा करना चाहते हैं। उन कुछ शक्तियों की साजिश का शिकार मत होइए जो इस स्थिति का राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं।’’ इन हस्तियों ने प्रदर्शनकारियों से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर विश्वास रखने का आह्वान किया।