'चिड़ियाखाना' फिल्म को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट ने सीबीएफसी को लगाई फटकार, जानिए क्या है मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 6, 2019 03:14 PM2019-07-06T15:14:12+5:302019-07-06T15:14:12+5:30
CBFC पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते कहा CBFC(केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड) तय नही करेगा की लोग को क्या देखना चाहिए।
सीएफसी यानि चिल्ड्रेन्स फिल्म सोसाइटी द्वारा बच्चों पर बनी एक फिल्म 'चिड़ियाखाना' को एडल्ट सर्टिफिकेट देने पर केस दाखिल किया गया है । जिस पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से एक पेटिशन पर कार्यवाही करते पूछा की क्या आप शुतुरमुर्ग है?
सीबीएफसी पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते कहा सीबीएफसी (केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड) तय नहीं करेगा की लोग को क्या देखना चाहिए।
वही दूसरी तरफ तीखी टिप्पणी देते एससी अदिकारील और गौतम पटेल ने कहा कि सीबीएफसी की भूमिका पर विचार करना होगा ।क्योंकि बोर्ड को लगता है की निर्णय लेने कि सारी बुद्धी हैं
दरअसल फिल्म' चिडियाखाना' में एक शब्द और फिल्म को सीन हटाने मांग की थी। इसके चलते सीबीएफसी बोर्ड फिल्म को जनवरी मे (U/A) मतलब यूनिवर्सल / एडल्ट सर्टिफिकेट दिया गया था । इसी को लेकरदो जजो ने बोर्ड लताड़ मार के कहा कि दुनिया बदल रही और साथ मे कहानियों को कहने का तरीका भी बदल रहा हैं।
फिल्म ' चिडियाखाना' एक बच्चे की कहानी है जो की बिहार से भाग के मुंबई आता है फुटबॉल खेलने के सपने को पूरा करने के लिए । फिल्म ' चिडियाखाना' के डाइरेक्टर मनीष तिवारी हैं एक्ट्रर ऋत्विक सहारे हैं। इस से पहले भी एक्ट्रर ऋत्विक सहारे को 2016 मे फिल्म 'दंगल' में 'ओमकार' का किरदार, किया हैं