BMC के कदम को बिहार SP विनय तिवारी ने बताया अनुचित और दुर्भाग्यपूर्ण, कहा- जांच करने में हैं असमर्थ
By मनाली रस्तोगी | Published: August 5, 2020 06:33 PM2020-08-05T18:33:22+5:302020-08-05T18:33:59+5:30
बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी इस समय सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस की जांच के लिए मुंबई में हैं। हालांकि, वहां पहुंचने के बाद बीएमसी ने उन्हें क्वारंटाइन कर दिया है, जिसके कारण वो मामले की जांच नहीं कर पा रहे हैं।
सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस की जांच के लिए मुंबई पहुंचे बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी इस समय देश की आर्थिक राजधानी में क्वारंटाइन कर रहे हैं। यही नहीं, बीएमसी ने ये भी साफ कह दिया है कि अगर वो क्वारंटाइन को स्किप करके बीच में वापस जाना चाहते हैं तो पहला उनका कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। ऐसे में अगर उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तब ही उन्हें वापस जाने का मौका मिलेगा।
विनय तिवारी का सामने आया रिएक्शन
वहीं, अब इसपर आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी का रिएक्शन सामने आया है। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, विनय ने कथित तौर पर कहा कि बीएमसी का ये कदम अनुचित और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि वो उनके जांच के कानूनी अधिकारों से भी इनकार कर रहे हैं। विनय ने आगे बताया कि वह 2 अगस्त से जांच करने में असमर्थ हैं।
#Exclusive | Sushant Singh Rajput death probe: TIMES NOW's Priyank speaks to Bihar SP Vinay Tiwari.
— TIMES NOW (@TimesNow) August 5, 2020
BMC's move is unfair & unfortunate, it is a denial of my legal rights: Vinay Tiwari. | #SushantJusticeCampaignpic.twitter.com/vU0Rj2zhdw
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि वह बिहार सरकार के संपर्क में हैं और वे सभी विकल्प तलाश रहे हैं। उनके अनुसार इस सब से उनकी जांच में बाधा आ रही है। बता दें, बीएमसी ने बिहार सरकार को एक पत्र भेजा है जिसमें बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वारंटाइन से मुक्त करने को लेकर मना कर दिया गया है। उन्होंने बिहार के अधिकारियों से डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से मामले की जांच करने को भी कहा है।
कोर्ट जा सकती है बिहार सरकार
बिहार सरकार ने भी बीएमसी के फैसले का जवाब देते हुए कहा कि वे विनय तिवारी को क्वारंटाइन से बाहर करने के लिए बीएमसी के जवाब को चुनौती देने के लिए वो कोर्ट का रुख कर रहे हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वे संभवत: उसी मामले के लिए शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं। सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस की जांच करने के लिए आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को मुंबई भेजा गया था।